उत्तर प्रदेश के बांदा में पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने बुधवार को पहुंचे। उनके काफिले में दो लग्जरी गाड़ियां भी चल रहीं थी, जिनमें शातिर चोर सवार थे। जैसे ही काफिला रुकता था तो ये चोर नेताओं की भीड़ में शामिल होकर उनके मोबाइल और पर्स चुरा लेते थे। जिन्हें पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने दबोच लिया। इसके बाद पता चला कि इस काफिले में उनका पूरा गिरोह चल रहा था। इनके कब्जे से 12 से ज्यादा मोबाइल व पर्स बरामद किए गए हैं। चोरों से बरामद गाड़ी किराये की है या चोरी की है, पुलिस इसकी जांच में जुटी है।
समाजवादी पार्टी युवजन जनसभा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव उमेश यादव ने गुरुवार को बताया कि पार्टी अध्यक्ष के काफिले में दो गाड़ियां सबसे पीछे चल रही थीं। जिनमें एक गाड़ी में यूपी 14 तो दूसरी गाड़ी में HR नंबर लिखा था। इसमें सवार लड़के जैसे ही काफिला कहीं रुकता था, अपनी गाड़ियों से उतर कर भीड़ की तरफ भागते थे। हमें कुछ शंका हुई कि जरूर ये युवक संदिग्ध हैं। जब उनकी गतिविधियों पर नजर रखी गई तो पता चला कि यह मोबाइल व पर्स चुरा रहे हैं।
पहले भी जब हम पार्टी अध्यक्ष के साथ रथयात्रा में आए थे तब इसी तरह कुछ युवक अपनी गाड़ियों को काफिले में शामिल होकर चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे। इस बार ऐसे तत्वों पर हमारी नजर थी। इनमें से पांच चोरों को हमने पकड़ कर इनके पास से सात-आठ मोबाइल बरामद किए हैं। पकड़े गए चोरों को पुलिस के हवाले कर दिया है।
इस बारे में क्षेत्राधिकारी नगर गवेन्द्र गौतम ने बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले में दो गाड़ियां चल रही थी। इनमें कुछ चोर भी चल रहे थे जिन्होंने पर्स व मोबाइल चुराने का काम किया। इनमें से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके पास से 15 मोबाइल व पर्स बरामद हुए हैं। इनके पास बरामद हुई गाड़ियां चोरी की हैं या किराए की, इसकी जांच की जा रही है।