कानपुर में हनुमंत विहार थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में दिनेश भदौरिया नाम के युवक की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने जमीन के विवाद में एकतरफा समझौता कराने के लिए मारपीट कर दबाव बनाया। तबीयत बिगड़ने पर उसे एलएलआर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सचेंडी थाना क्षेत्र के सीढ़ी इटारा निवासी दिनेश भदौरिया ने गल्ला मंडी सोसाइटी में एक साल पहले 200 वर्ग गज का एक प्लॉट खरीदा था। उस प्लॉट पर किदवई नगर निवासी प्रीति वर्मा अपना मालिकाना हक दिखा रहीं थीं। प्लॉट पर कब्जे को लेकर बुधवार दोनों पक्षों में टकराव हो गया। एसओ हनुमंत विहार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को दस्तावेजों के साथ थाने ले आए। परिजनों का आरोप है कि जहां दारोगा ने दिनेश को अंदर कमरे में ले जाकर पीटा, वहीं प्रीति बाहर ही बैठी रही।
जब दिनेश बाहर आए तो उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। आनन-फानन में उन्हें एलएलआर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना से नाराज परिजनों ने थाने का घेराव कर हंगामा किया। आठ घंटे चले हंगामे के बाद पिता ने पुलिस को तहरीर और मांगपत्र दिया। एडीएम सिटी डॉ.राजेश कुमार ने मुकदमा दर्ज कराने व मांगपत्र शासन को भेजने का आश्वासन दिया। फिलहाल इस मामले में चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
पुलिस कमिश्नर ने घटना की निष्पक्ष जांच एसीपी बाबूपुरवा संतोष सिंह को सौंप दी है। देर रात चौकी इंचार्ज अशोक कुमार सिंह और मुख्य अभियुक्त ब्यूटी पार्लर संचालिका प्रीति वर्मा समेत आठ लोगों के खिलाफ हत्या, मारपीट, बलवा की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। मामले में जिस प्रीति वर्मा का नाम सामने आया है, उस पर दक्षिण के कई थानों में दो दर्जन केस दर्ज हैं। इसमें बलवा, मारपीट, जालसाजी, रंगदारी जैसी गंभीर धाराओं के मामले शामिल हैं।