जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकरनाग में गडूल के जंगलों में आतंकियों को ढेर करने के इरादे से लगातार तीसरे दिन भी अभियान जारी है। सुरक्षाबलों ने उजैर खान सहित लश्कर के दो आतंकियों को घेर रखा है। क्वाडकॉप्टर और ड्रोन से आतंकियों पर नजर रखी जा रही है। अभियान में पैरा कमांडो ने भी मोर्चा संभाल लिया है। घना जंगल और पहाड़ी इलाका होने के कारण इस विशेष दस्ते को उतारा गया है। इसके अलावा पहाड़ी पर जहां आतंकियों का ठिकाना होने की आशंका है वहां रॉकेट दागे गए।इस बीच ख़बर ये है कि मुठभेड़ में जख्मी एक और जवान की मौत हो गई है, जबकि दो अन्य जवान घायल हो गए हैं। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले, सुरक्षाबलों ने बुधवार की रात गुजरने के बाद गुरूवार की सुबह करीब छह बजे दोबारा दहशतगर्दों के खिलाफ अभियान शुरू किया था। इस दौरान सुबह से देर शाम तक रुक-रुक कर फायरिंग की गई। आतंकियों से संपर्क साधने के लिए सुरक्षाबलों ने स्पेक्युलेटिव फायरिंग की, लेकिन दूसरी तरफ से जवाबी कार्रवाई नहीं हुई।बता दें कि गडूल के जंगलों में आतंकियों की मूवमेंट के इनपुट के बाद सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी ने बुधवार तड़के तलाशी अभियान चलाया। घेराबंदी के दौरान ही जंगल क्षेत्र में छिपे आतंकियों ने संयुक्त दल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। मुठभेड़ के दौरान सेना की 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत, मेजर आशीष धोनक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी ऑपरेशन हुमायूं भट शहीद हो गए थे। इस हमले में शामिल उजैर खान कोकरनाग के नागम गांव का रहने वाला है। वह 26 जुलाई 2022 से लापता था। बताया जा रहा है कि उजैर उसी समय लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बन गया था। उजैर पर 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित है। घटनास्थल पर उसके साथ एक विदेशी आतंकी भी है, जिसकी शिनाख्त फिलहाल नहीं हो पाई है।