वाराणसी में नूतन बालक गणेशोत्सव समाज सेवा मण्डल की ओर से मनाए जा रहे 115 वें गणेशोत्सव के छठें दिन रविवार को भगवान श्री गणेश जी का झूले व झरने का श्रृंगार किया गया। इस दौरान उत्सव स्थल को जूही, बेला, गुलाब, गेंदा, चम्पा, चमेली के फूलों व अशोक और कामिनी की पत्तियों से सजाया गया था। प्रात:काल वेदमूर्ति वीरेश्वर नारायण दातार के आचार्यत्व में ऋत्विक रामकृष्ण बापट ने भगवान का काजू से सहस्रानामार्चन किया।
हेमंत जोशी के आचार्यत्व में गणेश जी का षोडशोपचार पूजन किया गया। मुख्य यजमान नरसिंह जगन्नाथ तेलंग रहे। रात्रौ श्रुति देशपांडे की अध्यक्षता में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि देवेंद्र पण्डया ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। शाम को पं. पुन्डलिक कृष्ण भागवत की स्मृति में संगीत सम्मेलन भी होगा। गणेशोत्सव में नगर के अन्य प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में भगवान की छठ्ठी मनाई गई। विविध फल,मोदक मिष्ठान दुर्वा अर्पित कर पूजन अर्चन किया गया।