अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने खुद की गिरफ्तारी से बचने के लिए नया पैंतरा चला है। जैनब ने उमेश पाल हत्याकांड में अपने खिलाफ लगे आरोपों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस हफ्ते हाईकोर्ट में मामले पर सुनवाई हो सकती है। प्रयागराज पुलिस ने जांच के आधार पर उमेश पाल शूटआउट केस में जैनब फातिमा को भी आरोपी बनाया है।
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जैनब ने उमेश पाल हत्याकांड में दर्ज हुई एफआईआर रद कराने के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल कराई है। यह याचिका जैनब फातिमा ने अपनी बहन शबाना अनीस के नाम से दाखिल कराई है। शबाना अनीस की याचिका पर हाईकोर्ट में इस हफ्ते सुनवाई होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस याचिका की कॉपी प्रयागराज पुलिस को मिल चुकी है। अब पुलिस भी इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
यूपी पुलिस ने जैनब पर 2005 में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मी की हत्या के बाद शूटर्स को प्रयागराज से भगाने में मदद करने का आरोप लगाया है। हालांकि, जैनब उमेश पाल हत्याकांड में धूमनगंज थाने में प्राथमिकी में नाम आने के बाद से ही फरार चल रही है।
बता दें कि इसी साल अप्रैल में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में कॉल्विन अस्पताल में तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों को मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस मुठभेड़ों के सम्बंध में मौजूदा रिपोर्ट और सिफारिशों पर विचार करते हुए यूपी सरकार को हलफनामा प्रस्तुत करने को कहा था। 30 सितम्बर को यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दलील दी,, कि गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की चल रही जांच में यूपी पुलिस की ओर से कोई गलती नहीं की गई है।