मेरठ में पनीर कारोबारी वासिब अली के अपहरण के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार इस घटना को पनीर कारोबारी की भाभी आबतारा की शह पर अंजाम दिया गया। इस मामले में वासिब को पुलिस ने छुड़ा लिया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
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मामला जानी के सिसोला इलाके का है,,जहां रहने वाले वासिब अली डेयरी प्रोडक्ट का काम करते हैं। बुधवार की देर रात वासिब अली स्कूटी से बच्चा पार्क स्थित इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में अपने दोस्त बासित से मिलने गया हुआ था। वासिब के शोरूम के बाहर स्कूटी खड़ी करते ही पीछे से आई ईको कार से 5 बदमाश उतरे,,और उन्होंने वासिब की पिटाई करना शुरू कर दिया। इसके बाद उसे कार में डालकर फरार हो गए।
यह देखकर वासिब के दोस्त बासित ने कार का नंबर नोट कर लिया और 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। इसके साथ ही वासिब के परिजनों को भी घटना के बारे में बताया।
वासिब के पिता शमशाद अली का कहना है कि उनके बड़े बेटे आसिफ का अपने ससुराल पक्ष से विवाद चल रहा है। इसको लेकर मुकदमा भी चल रहा है। उनके बेटे का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। यह बात सुनकर पुलिस को आसिफ के ससुराल वालों पर शक हुआ। पुलिस ने आसिफ के ससुराल पक्ष के लोगों से पूछताछ की, तो उन्होंने अपहरण की बात स्वीकार कर ली।
इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई तो बदमाश सिसोला इलाके में वासिब को सड़क पर छोड़कर फरार हो गए। वासिब ने पुलिस को बताया कि पहले बदमाश उसे कार में बैठाकर सिवालखास ले गए और इसके बाद दोबारा सिसोला ले आए। पुलिस द्वारा अपना पीछा किए जाने पर बदमाशों ने उसे सड़क किनारे फेंक दिया। वासिब ने बताया कि उसका अपहरण भाभी आबतारा और बहनोई आदिल ने कराया था।
जिस कार में उसका अपहरण हुआ,,उस कार में उसकी भाभी, बहनाई, भाभी के दो भाई और मामा मौजूद थे। भाभी उससे 13 लाख रुपए की मांग कर रही थी। इसे लेकर बासित के परिवार को भी धमकी दी गई थी।
इस पूरी घटना के दौरान अपहरणकर्ताओं ने ढाई घंटे में तीन गाड़ियां बदलीं। पहले अपहरण करने के बाद वैन से परतापुर ले जाया गया। फिर वहां से आर्टिगा गाड़ी से सिवालखास और इसके बाद फिर उसे डिज़ायर गाड़ी में बैठाकर सिवालखास से सिसोला ले आए। सीओ कैंट पूनम सिरोही ने बताया कि कारोबारी को उसके ही रिश्तेदारों ने विवाद के चलते उठाया था। युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया है। आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।