काबुल- अफगानिस्तान में आज सुबह फिर एक बार धरती डोली। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मैग्निट्यूड रही। इसका केंद्र अफगानिस्तान में 50 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गरीबी का दंश झेल रहे अफगानिस्तान में एक सप्ताह में दूसरी बार भूकंप आया है। शुक्रवार सुबह 6:39 बजे (भारतीय समयानुसार) आए ताजा भूकंप के झटकों से हालांकि कुछ लोग घबरा कर घरों से बाहर निकल आए। इससे पहले, 11 अक्टूबर को आए भूकंप से 4000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक सरकार के जाने और तालिबान की सरकार आने के बाद देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। तालिबान शासन को कई देशों ने मान्यता नहीं दी जिसके कारण वैश्विक स्तर पर उसे कहीं से सहायता नहीं मिल पा रही है। निर्यात लगभग समाप्त हो चुका है और विनिर्माण के क्षेत्र में भी स्थिति दयनीय है। कई ऐसे व्यापार हैं जिनपर तालिबान ने पूरी तरह रोक लगा दी है, जिससे आम जनता त्राहि त्राहि कर रही है। ऐसे में दैवीय आपदाएं देश के लिए दंश साबित हो रही हैं।
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पिछली 11 अक्टूबर को आए भूकम्प में 4000 लोगों की गई जान इससे पहले, अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता का भीषण भूकंप आया था। भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर था। खामा प्रेस ने तालिबान के नेतृत्व वाले मंत्रालय के हवाले से बताया कि इस हमले में 4000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और हजारों इमारतें नष्ट हो गईं। हेरात और आसपास के इलाके शनिवार को 6.3 तीव्रता के भूकंप और उसके शक्तिशाली झटकों से हिल गए। फिलहाल अफगानिस्तान पिछले भूकम्प की तबाही से उबरने की कोशिश कर रहा है।
Earthquake hits Afghanistan again