Ayodhya News: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार नारी
सशक्तिकरण अभियान के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकार दिला रही है। उन्हें इतना
सशक्त बनाने में लगी है कि, उन पर किसी प्रकार के जुर्म व अत्याचार ना हो सके।
इसके लिए अयोध्या जनपद में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त
किया जा रहा हैं।
अयोध्या में महिला सशक्तिकरण को लेकर महिला पुलिस अलग-अलग
स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
महिला थाना
अध्यक्ष निशा शुक्ला ने बताया कि, अयोध्या जनपद में पूर्व में चलाए गए नारी
सशक्तिकरण अभियान के बाद अपराधों में लगातार कमी आई है।
उन्होंने बताया कि जनपद
में एक वर्ष के दौरान महिला थाने में धारा 376 के मात्र चार मामले आए हैं। जिसमें से तीन निस्तारित भी हो
चुके हैं। धारा 578
के अंतर्गत 55 मामलो में से 40 मामलो का
निपटारा हो चुका है। जैसे जैसे महिलाएं जागरूक हो रही हैं, वैसे-वैसे महिलाओं पर
होने वाले आपराधिक मामलों में कमी भी आई है।
महिला थाना अध्यक्ष ने बताया कि शक्ति के महापर्व नवरात्रि के दौरान शक्तिपीठ में एंटी रोमियो स्क्वाड लगाई गई है। जिन्हें मंदिरों के आसपास
नियुक्त किया गया है। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है। योगी सरकार ने नारी सुरक्षा के लिए यह एक खास व्यवस्था की है।
यह भी पढ़ें:- बुलंदशहर: 256 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, CM बोले- ‘सुरक्षा में सेंध की छूट हम नहीं देते’
जनपद अयोध्या के समस्त थानों की महिला पुलिसकर्मियों द्वारा अभियान के अन्तर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं को स्वावलम्बी बनाने, उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराने का कार्य कर रही है। योगी सरकार द्वारा जारी महिला सुरक्षा संबंधी विभिन्न हेल्पलाइन 1090, यूपी-112,181,1076 आदि नंबर युक्त पम्प्लेट वितरित कर महिलाओ को निरन्तर
जागरूक किया जा रहा है।
साथ ही गली, मोहल्लों, बाजारों, सड़कों पर बेवजह
घूम रहे लड़कों,शोहदों से पूछताछ
कर बेवजह इधर-उधर न घूमने की सख्त हिदायत दी जा रही है।
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर ने पुलिस
कार्यालय प्रांगण में एक कार्यक्रम आयोजित किया।
जिसमें बालिका एवं महिला
सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए बाल विवाह से आजादी के लिए सभी पुलिस कर्मियों को
बाल विवाह खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास करने की शपथ दिलाई। जिसमें प्रत्येक
बालिका स्वतंत्र,
सुरक्षित एवं
शिक्षित हो सके।
शासन के निर्देश
पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देशित किया कि जिन स्कूलों में बालिकाएं
शिक्षा ग्रहण करती हैं, वहां पर शिकायत
पेटिका रखी जाए। जिससे बालिकाएं बिना भय व बिना संकोच अपनी शिकायत डाल सकती हैं।
इन शिकायत पेटिकाओं को पुलिस टीम हर 15 दिन में एक बार जाकर जांच करेगी और दी गई शिकायत के अनुसार
कार्यवाही करेगी। उन्होंने कहा कि इससे बालिकाओं की एक बहुत बड़ी समस्या का निदान
हो सकेगा।