अयोध्या में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु अब यहां देशभर के मंदिरों के दर्शन कर पाएंगे। इसके लिए अयोध्या में 25 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। इस जमीन पर केन्द्र सरकार देशभर के सभी बड़े मंदिरों की तर्ज पर उनकी स्थापत्य कला व शैली के आधार पर मंदिर बनवाएगी।
इसके पीछे सरकार की मंशा है कि जो श्रद्धालु देश के अन्य भागों में स्थापित प्रमुख मंदिरों के दर्शन करने नहीं जा सकते, वे अयोध्या में आकर ही अन्य मंदिरों को देख सकते हैं। केन्द्र सरकार द्वारा बनाए जाने वाले मंदिर संग्रहालय में लोगों को देश के अन्य बड़े मंदिरों की शैली व उसकी वास्तुकला का दर्शन होगा। इस संग्रहालय में अन्य बड़े मंदिरों की डिज़ाइन, विशिष्टता, वास्तुकला व निर्माण की बारीकियों का पता चल सकेगा।
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उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम के सभी प्रमुख मंदिर स्थापित होंगे
अयोध्या में 25 एकड़ में बनने वाले मंदिर संग्रहालय में ओडिशा का जगन्नाथपुरी, गुजरात का सोमनाथ व द्वारिकाधीश मंदिर, बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम के अलावा दक्षिण भारत में स्थित तिरुपति बालाजी, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर व भगवान अयप्पा का सबरीमाला बनाया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डाॅ अनिल मिश्रा ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही दुनिया को आकृष्ट करने वाली अयोध्या नगरी बन रही है। यहां रामपथ का भव्य दिव्य निर्माण हो रहा है। अयोध्या में चौदहकोसी परिक्रमा पथ का चौड़ीकरण हो रहा है। इसके अलावा अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय भी बन रहा है। यहां के रेलवे स्टेशन को राम मंदिर का स्वरूप दिया जा रहा है। अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तैयार हो रहा है।
22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम
बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। नए बने भव्य श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा दोपहर साढ़े 12 बजे होगी। इस अवसर पर पीएम मोदी विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे।