Lucknow
News: उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उसे मॉडर्न
टेक्नोलाजी से जोड़ दिया है। इसके लिए
भारी-भरकम धनराशि जारी की गई। इससे प्रदेश में कानून का राज स्थापित होने के साथ अपराध में भारी भरकम कमी दर्ज की गयी है।
वर्ष 2017 में यूपी-112 का औसत रिस्पांस
टाइम 25 मिनट 42 सेकेड था। जो आज घटकर
औसतन 9 मिनट 18 सेकेण्ड रह गया है।
इसके लिए राज्य
सरकार ने वर्ष 2018 में
प्रदेश के सुदूर, दुर्गम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को तत्काल पुलिस सहायता
प्रदान करने के लिए यूपी-112 की फ्लीट में 1600
दो पहिया पीआरवी वाहन शामिल किये थे। इससे प्रदेश में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में लूट, हत्या, डकैती, बलवा, अपहरण, बलत्कार समेत जघन्य अपराध में काफी कमी
दर्ज की गयी है।
यूपी-112
की एडीजी नीरा रावत ने शुक्रवार को बताया कि शासन की मंशा के
अनुरूप प्रदेशवासियों को पुख्ता सुरक्षा का अहसास कराने के लिए विभाग की ओर लगातार
प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत महिला हेल्पलाइन 1090, वीमेन एण्ड चाइल्ड हेल्पलाइन 181, मेडिकल हेल्पलाइन
108, जीआरपी, फायर सर्विसेज, स्मार्ट सिटी, लखनऊ एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 को यूपी-112 के साथ एकीकृत
किया गया।
सवेरा योजना के तहत 15
लाख 30 हजार सीनियर सिटीजन का रजिस्ट्रेशन किया गया।
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दो हजार महिलाओं को रात्रि स्कोर्ट सेवा के माध्यम
से सहायता प्रदान की जा चुकी है। यूपी-112
के रिस्पांस टाइम में सुधार, फ्लीट में बढ़ोतरी एवं त्वरित कार्यवाही
से वर्ष 2016 के सापेक्ष 2022 में विभिन्न
अपराधों में कमी दर्ज की गई है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में डकैती
के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022
में 468 प्रतिशत की कमी,
लूट के अपराध में वर्ष 2016
के सापेक्ष वर्ष 2022
में 202 प्रतिशत की कमी,
हत्या के अपराध में वर्ष 2016
के सापेक्ष वर्ष 2022
में 59 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई हैं।
इसके साथ बलवा के अपराध में वर्ष 2016
के सापेक्ष वर्ष 2022
में 123 प्रतिशत की कमी,
गृहभेदन के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 11 प्रतिशत की कमी तथा फिरौती के लिए अपहरण
के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022
में 103 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में महिला
संबंधी अपराधों में भी काफी कमी दर्ज की गयी है।
प्रदेश में बलात्कार के अपराध में
वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 77 प्रतिशत की कमी, शीलभंग के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 17 प्रतिशत की कमी, अपहरण के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 23 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी।