राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिंसा और आतंक के माध्यम से जम्मू-कश्मीर की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की आतंकी साजिश मामले में बुधवार को दो लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इनमें एक आरोपित कुपवाड़ा निवासी उबैद मलिक है और दूसरा आरोपित पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का मुहम्मद दिलावर इकबाल उर्फ माज़ खान कश्मीरी उर्फ माज़ खान उर्फ माज़ कश्मीरी उर्फ आज़ाद कश्मीरी है।
NIA ने 21 जून, 2022 को मामला दर्ज किया था
NIA के आरोप पत्र में कहा गया है कि सुरक्षा बलों और तथाकथित बाहरी लोगों पर हमले करके जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की आपराधिक साजिश में दोनों शामिल थे। NIA ने संज्ञान लेते हुए 21 जून, 2022 को मामला दर्ज किया था। एनआईए के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर अल्वी का करीबी सहयोगी दिलावर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनके सहयोगियों द्वारा आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रची गई एक बड़ी साजिश के तहत कश्मीरी युवाओं को प्रेरित करने में लगा हुआ था।
उबैद को JEM में शामिल होने के लिए दिलावर जिम्मेदार था
NIA की जांच के अनुसार उबैद को JEM आतंकवादी रैंक में शामिल होने के लिए दिलावर जिम्मेदार था। वह उग्रवादी पृष्ठभूमि वाले युवाओं को भड़काऊ ऑडियो क्लिप और वीडियो के साथ-साथ मौलाना मसूद अज़हर अल्वी की तस्वीरें साझा करके जिहाद के लिए उकसाने के लिए कट्टरपंथी इस्लाम का प्रचार करता है। वह कश्मीर घाटी में मुठभेड़ों से संबंधित वीडियो भी भेजता था और युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाता था।
इसका उद्देश्य द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (ULFJ&K), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (MGH), जम्मू एंड कश्मीर फ्रीडम जैसे नए उभरे आतंकवादी समूहों के ओवर-ग्राउंड कार्यकर्ताओं को संगठित करना और स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाना है। ये संगठन फाइटर्स (JKFF), कश्मीर टाइगर्स, PAAF और अन्य लश्कर-ए-तैयबा (LET), जैश-ए-मोहम्मद (JEM), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (HM), अल-बद्र, अल-कायदा आदि जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से संबद्ध हैं।
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