उमेशपाल हत्याकांड में फरार चल रहा 50 हजार का इनामी और रेस्टोरेंट संचालक नफीस को बुधवार को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी नफीस को प्रयागराज में नवाबगंज के आनापुर के पास से पकड़ा गया है। पुलिस मुठभेड़ में आरोपी के घायल होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं उसका एक अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया।
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डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती के अनुसार, बुधवार रात 11:30 बजे प्रयागराज-प्रतापगढ़ सीमा पर नवाबगंज के आनापुर में पुलिस टीमें गश्त पर थीं। इस दौरान एक बाइक पर दो लोग आते दिखाई दिए। रुकने का इशारा करने पर उन्होंने पुलिस टीम पर फायर झोंकते हुए भागने की कोशिश की। अचानक बाइक के अनियंत्रित होकर पलटने से दोनों नीचे गिर गए। इसके बाद भी उन दोनों ने पुलिस पर फायर किया। जवाब में पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में एक हमलावर के पैर में गोली लगी, जिससे वह नीचे गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने आरोपी नफीस को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उसका साथी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने जख्मी बदमाश के पास से पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद की है। पूछताछ में पता चला कि हमलावर उमेशपाल हत्याकांड का आरोपी नफीस है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अशरफ ने नफीस के ही जरिए अपनी व अपने भाई की काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा अलग-अलग कारोबार में लगा रखा था। इसके बदले में नफीस,, माफिया व उसके परिवार को आर्थिक मदद पहुंचाता था। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि फाफामऊ, एयरपोर्ट क्षेत्र और धूमनगंज के साथ ही दूसरे जनपदों में भी उसने जमीन में पैसा लगाया था। इसमें उसके कई पार्टनर थे।
पुलिस मुठभेड़ के दौरान बाएं पैर में गोली लगने से घायल नफीस को स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि वह लखनऊ मार्ग से आ रहा था। उससे आगे की जानकारी हासिल की जा रही है।