पाकिस्तान में एक बार फिर से हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार यहां सिंध के हिंगलाज माता मंदिर को तोड़ दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि इसमें पाकिस्तान का पूरा प्रशासन शामिल रहा। थारपारकर के अधिकारियों की तरफ से मीठी शहर में इस मंदिर को तोड़ने के लिए कोर्ट के आदेश का हवाला दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार एलओसी के पास हिंदुओं के एक और धार्मिक स्थल,, शारदा पीठ मंदिर को भी तोड़ दिया गया है। यूनेस्को साइट होने के बावजूद भी शारदा पीठ ध्वस्त होने से नहीं बच पाया। दरअसल मंदिर के पास एक कॉफी हाऊस बनाया जा रहा है, जिसका उद्घाटन इसी साल होना है।
पाकिस्तान में हिंदुओं पर होने वाला यह अत्याचार कोई नई घटना नहीं है। यहां रहने वाले हिंदुओं को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें टार्गेट करके हिंसा, हत्या और उनकी जमीनों को कब्जाना शामिल है।
बता दें कि इससे पहले जुलाई में भी पाकिस्तान में एक मंदिर को तोड़ दिया गया था। कराची स्थित मरीमाता के मंदिर को भी ध्वस्त कर दिया गया था। यहां बाहरी दीवार और गेट को छोड़कर अंदर का पूरा ढांचा तोड़ दिया गया था।