पवित्र अयोध्या धाम से भेजे गए पवित्र अक्षत-कलश का पूजन श्रीकृष्ण-जन्मस्थान स्थित यज्ञ शाला में हुआ। ये पूजन विश्व हिंदू परिषद VHP मथुरा द्वारा किया गया। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या धाम से भेजे गए पवित्र अक्षत-कलश का पूजन किया गया। यह कार्यक्रम 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में नूतन राम मंदिर में श्रीराम लला के सकुशल विराजमान होने की कामना का संकल्प लेकर रविवार को बैकुंठ चतुर्दशी को अभिजित मुहूर्त में श्रीकृष्ण-जन्मस्थान स्थित यज्ञ शाला पर आयोजित किया गया।
इस अवसर पर राम-जन्मभूमि आंदोलन के आरंभ से आज मंदिर निर्माण की बेला तक के संघर्ष गाथा से अवगत करवाते हुए वरिष्ठ हिंदू वादी नेता गोपेश्वर नाथ ने बताया कि 491 वर्ष तक चले अनवरत संघर्ष में लाखों हिन्दू वीरों के बलिदान के उपरान्त अंततः वेदों में वर्णित अयोध्या का स्वरूप साकार होने जा रहा है, हम सबका सौभाग्य है कि इस शुभ दिन के हम साक्षी होंगे।
विश्व हिंदू परिषद VHP के मथुरा महानगर अध्यक्ष अमित जैन ने मीडिया को बताया कि आज हम सभी द्वारा श्री राम-जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र से आए अक्षत कलश का पूजन किया जा रहा है, इसके बाद 1 जनवरी से 15 जनवरी तक घर-घर, द्वार-द्वार पहुंच कर प्रत्येक गली, मोहल्ले व बस्ती में अक्षत पूजन का कार्यक्रम किया जाएगा। संगठन की मंशा है कि इस स्वर्णिम बेला में सभी हिंदू जनमानस की सहभगिता हो और 22 जनवरी को होने वाले स्थापना कार्यक्रम की सीधा प्रसारण प्रत्येक गली मोहल्ले के मंदिर में किया जाएगा और हवन किया जायेगा। रा.स्व. संघ के महानगर प्रचारक आर्येंद्र द्वारा सभी स्वयंसेवकों सभी अनुसांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं से इस पुण्य कार्य में सहभागी होने का आवाह्न किया।
विश्व हिंदू परिषद VHP के महानगर मंत्री गोकुलेश गौतम ने कहा कि आगामी दिनों में संगठन के कार्यकर्ता प्रखंड स्तर पर व उसके बाद उपखंड स्तर तक पूजित अक्षत के वितरण का कार्यक्रम प्रत्येक बस्ती पर आयोजित कर हिन्दू समाज के हर वर्ग के प्रत्येक परिवार को रामलला के दर्शन हेतु आमन्त्रित करेंगे।