Lucknow News: उत्तर प्रदेश में ATS टीम ने पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी कथित तौर पर आतंकी फंडिंग में शामिल थे। बठिंडा के फूल थाने क्षेत्र में स्थित दुल्लेवाल गांव निवासी अमृत गिल पुत्र परमजीत को 23 नवंबर को पंजाब के तलवंडी साबो से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के बाद उसके साथी गाजियाबाद के भोजपुर थाना स्थित अंसारिमान, फरीदनगर निवासी रियाजुद्दीन पुत्र अनवर को ATS टीम ने रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
ATS ने पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले अमृत गिल व रियाजुद्दीन तथा इजहारुल के विरुद्ध आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद ATS के ADG मोहित अग्रवाल ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों की जासूसी करने की सूचना की जांच के बाद इन तीनों आरोपियों के नाम सामने आए थे। इजहारुल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वह इस समय बिहार की बेतिया जेल में बंद है। उससे पूछताछ के बाद अमृतगिल के ठिकाने का पता चला।
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आटो चालक अमृत बठिंडा सैन्य छावनी के टैंकों के बारे में ISI एजेंटों को जानकारी भेजता था। ISI द्वारा रियाजुद्दीन के माध्यम से उसे लाखों रुपये दिए जाते थे। रियाजुद्दीन व इजहारुल दोनों वेल्डिंग का काम करते थे। इनकी मुलाकात राजस्थान में एक वेल्डिंग की दुकान पर काम करने के दौरान हुई थी। जिसके बाद रियाजुद्दीन भी इजहारुल के माध्यम से ISI के संपर्क में आया। ATS की जांच में खुलासा हुआ है कि मार्च 2022 से अप्रैल 2023 के बीच रियाजुद्दीन के खाते में अज्ञात स्रोत से 70 लाख रुपये भेजे गए थे। जिसे अलग अलग खातों में ट्रांसफर किया गया।
ATS की ओर से यह भी बताया गया कि अमृत गिल पाकिस्तानी ISI एजेंट्स के संपर्क में था। जो भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील और प्रतिबंधित जानकारियां ISI को भेजता था। इस देश विरोधी काम के बदले अमृत गिल को ISI पाकिस्तानी हैंडलर द्वारा रियाजुद्दीन और इजहारुल की मदद से पैसे भी मिलते थे। ATS टीम पाक खुफिया एजेंसी से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करने के लिए उन खाताधारकों की जांच में जुट गई है। जिन्होंने रियाजुद्दीन और इजहारुल के खातों में पैसे भेजे थे।
साथ ही ATS उन सभी खाताधारकों की भी जानकारी इकट्ठा करेगी, जिनके खाते में इन लोगों द्वारा पैसा भेजे गए। इसके अलावा इस मामले में नामित एक अन्य आरोपी इजहारुल जो कि पहले से ही बिहार की बेतिया जेल में बंद है। उसे भी वारंट-बी दाखिल कर लखनऊ लाया जाएगा। उससे पूछताछ कर ATS टीम इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों का पर्दाफाश करेगी।