देहरादून में रहकर लॉ की पढ़ाई करने वाले लखनऊ के छात्र अक्षत शुक्ला के आत्महत्या करने के बाद उसके परिजनों ने बड़े आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि धार्मिक होने के चलते और ब्राह्मण परंपराओं का पालन करने के कारण उनके बेटे को परेशान किया जाता था, जिसके चलते अक्षत ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। इस मामले में एक विधायक के बेटे अयान अली समेत 3 छात्रों पर आरोप लगा है।
ये भी पढ़ें- मुरादाबाद: 3 साल से लेन-देन ना होने पर डाकघरों के 2.39 लाख खाते बंद, दोबारा खाते चालू करने के लिए चलेगा विशेष अभियान
दरअसल लखनऊ के छितवापुर खास का रहने वाला अक्षत शुक्ला देहरादून की उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में एलएलबी की पढ़ाई कर रहा था। बीती 21 नवंबर को देहरादून की प्रेमनगर पुलिस को शाम करीब 7 बजे सूचना मिली थी कि यहां के केहरी गांव के बने एक पीजी हॉस्टल में रहने वाले छात्र ने फांसी लगा ली है। घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने अक्षत का पंखे से लटकता हुआ शव देखा, जिसके बाद उसे नीचे उतारा गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
घटना के बाद छात्र के पिता ने बताया कि उनके बेटे अक्षत को धार्मिक और हिन्दू रीति-रिवाजों के लिए अपमानित किया जाता था। एक बारे ये बात अक्षत ने अपने परिजनों को बताई थी। इसके साथ ही उसकी जाति को लेकर भी छात्र उसे चिढ़ाते थे। इसको लेकर कई बार आरोपी छात्रों ने उसे धमकाया भी था।
विधायक के बेटे पर आरोप
इस मामले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक विधायक के बेटे अयान अली पर आरोप लगा है। अक्षत के परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे पर धार्मिक टिप्पणी की जाती थी और उसे जान से मारने की धमकी भी दी जाती थी। उन्होंने अक्षत के साथ पढ़ने वाले विधायक के बेटे अयान समेत तीन छात्रों के खिलाफ थाने में तहरीर दी। मामले में परिजनों ने पुलिस पर विधायक के बेटे को बचाने के भी आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कह रही है।