मुरादाबाद नगर निगम ने टैक्स बकायदारों के फेहरिस्त में निगम का मोटा धन दबाये बैठे मठाधीशों पर कार्रवाई शुरू की है। नगर निगम ने इस्लामिया मुसाफिरखाना पर 37 लाख रुपये गृहकर और जलकर बकाया का भुगतान न करने पर इसे सील कर दिया है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी आरती सिंह ने जानकारी दी कि इस्लामिया मुसाफिरखाना पर पिछले कई वर्षों से गृहकर और जल कर का बकाया चला आ रहा है। 20 सितंबर को मुसाफिरखाना पर 30.99 लाख रुपये बकाया होने का नोटिस प्रबंधन ने लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
यहाँ नगर निगम क्षेत्र में रेलवे स्टेशन रोड स्थित इस्लामिया मुसाफिरखाना पर निगम के बकाया 37 लाख रुपये गृहकर और जलकर का भुगतान न करने पर टीम ने इसे सील कर दिया है। वहीं यहाँ स्थित 13 दुकानदारों को एक दिन की मोहलत दी गई है। आज दुकानें भी सील कर दी जाएंगी। इस संबंध में एनाउंसमेंट भी नगर निगम टीम ने करा दिया है।
नगर निगम की इस कार्रवाई से बड़े बकाये दारों में हलचल है। मुख्य कर निरीक्षक ने जानकारी दी कि इस्लामिया मुसाफिरखाना पिछले कई वर्षों से गृहकर और जलकर का बकाया जमा नहीं कर रहा था। समय-समय पर इस संबंध में इसकी सूचना भी प्रबंधन को दी जाती रही है। उन्होंने बताया कि 20 सितंबर 2023 को मुसाफिरखाना पर 30.99 लाख रुपये बकाया का नोटिस प्रबंधन द्वारा लेने से इनकार करने पर वहां चस्पा कर दी गई थी। जिसमें बकाया धनराशि शीघ्र जमा करने को कहा गया था। इसके बाद भी मुसाफिरखाना प्रबंध कमेटी द्वारा बकाया धनराशि अदा नहीं की गई।
उन्होंने जानकारी दी कि मौजूद वित्तीय वर्ष में इस मुसाफिरखाने पर इन्टरेस्ट समेत करीब 37 लाख रुपये की धनराशि बकाया हो गई है। इसकी भी सूचना देकर उसे जमा करने को कहा गया था, लेकिन यह धनराशि भी जमा नहीं की गई। इस पर मुसाफिरखाना सील कर दिया गया है। इस्लामिया मुसाफिर खाना में बाहर की तरफ स्टेशन रोड पर 13 दुकानें भी हैं। इन दुकानों में होटल संचालित हो रहे हैं। उन्हें भी सील करने की कार्रवाई की जाना थी। लेकिन इन सभी दुकानों में होटल संचालित हो रहे थे। जिनमें खाना बना था। जो बेकार हो जाता। लिहाजा उन्हें गुरुवार को सील नहीं किया गया।
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