Varanasi News: ज्ञानवापी परिसर की न्यायिक लड़ाई लड़ने वाले हरिहर पांडे का लंबी बीमारी से चलते रविवार सुबह निधन हों गया। BHU के सरसुंदर दास अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। हरिहर पांडे काशी विश्वनाथ मंदिर के पास से ज्ञानवापी मस्जिद हटाने के लिए वर्ष 1991 में सिविल कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले तीन लोगों में से एक थे। उनके अलावा रामरंग शर्मा और सोमनाथ व्यास भी याचिकाकर्ताओं में शामिल थे। रामरंग शर्मा और सोमनाथ व्यास का पहले ही निधन हो चुका है। हरिहर पांडेय ने रविवार को अंतिम सांस ली। उनकी अंत्येष्टि मणिकर्णिका घाट पर हुई।
ASI आज सौंप सकती है सर्वे रिपोर्ट
जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में सोमवार को ASI की ओर से सर्वे रिपोर्ट दाखिल होने की संभावना है। पिछली तारीख पर कोर्ट ने रिपोर्ट दाखिल करने के लिए दस दिन का समय दिया था। ASI ने पिछली तारीख पर कोर्ट में अर्जी देकर तीन सप्ताह और समय देने की थी। आवेदन में कहा गया था कि पुरातत्वविदों, पुराल रसायनज्ञों, सर्वेक्षणकर्ताओं, भू- भौतिकी विशेषज्ञों आदि ने सर्वे कर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं। उसकी रिपोर्ट बनाई जा रही है। GPR तकनीक से हुए सर्वे की रिपोर्ट बनाने में समय लग रहा है। इसलिए पूरी रिपोर्ट पेश करने के लिए समय चाहिए। जिसको लेकर कोर्ट ने दस दिन की मोहलत देते हुए सुनवाई के लिए 11 दिसंबर की तिथि तय की थी।
ASI के प्रार्थनापत्र पर कोर्ट तीन बार अवधि बढ़ा चुकी है। दिवंगत पंडित सोमनाथ व्यास के नाती शैलेंद्र कुमार पाठक ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर स्थित तहखाने को DM को सौंपने के लिए 25 सितंबर को वाद दाखिल किया था।
पिछली तिथि पर पक्षकार बनाने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शंकर रस्तोगी की अर्जी पर पक्षकारों की बहस पूरी हो गई थी और आदेश के लिए आठ दिसंबर की तिथि नियत की गई थी। आठ दिसंबर को आदेश नहीं हो पाया। जिसके चलते कोर्ट ने आदेश के लिए 11 दिसंबर नियत की थी। दिवंगत पं. सोमनाथ व्यास के नाती शैलेंद्र कुमार पाठक ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर स्थित तहखाने को DM को सौंपने के लिए 25 सितंबर को वाद दाखिल किया था।
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