Pilibhit News: पीलीभीत के अमरिया थाने में तैनात दरोगा महेंद्र यादव को सोमवार शाम को एंटी करप्शन की टीम ने 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ लिया। पीलीभीत के अमरिया थाने में तैनात दरोगा महेंद्र यादव को सोमवार शाम को एंटी करप्शन की टीम ने 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ लिया। जहां से टीम दरोगा को पकड़कर सीधे सुनगढ़ी थाने ले आई। उसके खिलाफ थाना सुनगढ़ी में मुकदमा दर्ज कराया है। एसपी ने दरोगा की गिरफ्तारी होने के बाद निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं।
एंटी करप्शन बरेली की टीम सोमवार शाम करीब चार बजे अमरिया पहुंची। वहां टीम ने अमरिया थाने में तैनात उपनिरीक्षक महेंद्र यादव को उनके किराये के कमरे से पकड़ लिया। उस समय दुष्कर्म के एक मुकदमे में नाम निकालने के लिए दरोगा 20 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता एंटी करप्शन की टीम ने घर से निकलते ही दरोगा को गाड़ी में बैठाया और सीधे सुनगढ़ी थाने ले आई। दरोगा की गिरफ्तारी होने की भनक लगते ही अमरिया थाने में खलबली मच गई। जब तक अमरिया थाने की पुलिस दरोगा के आवास पर पहुंची।
तक तब दरोगा को लेकर के एंटी करप्शन टीम घर से जा चुकी थी। देर रात तक एंटी करप्शन की टीम सुनगढ़ी थाने में लिखापढ़ी करती रही। सुनगढ़ी दरोगा के खिलाफ थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत तहरीर दी गई है। दरोगा को इंस्पेक्टर के कक्ष में बंद रखा गया। वहां किसी को आने जाने नहीं दिया गया। सुनगढ़ी इंस्पेक्टर संजीव शुक्ला ने बताया कि एंटी करप्शन के दरोगा की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पीलीभीत एसपी अतुल शर्मा ने कहा कि दरोगा को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश कर दिए हैं।