अयोध्या में 30 दिसंबर को होने वाली पीएम मोदी की रैली को लेकर डिप्टी सीएम केशव मौर्य, भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह और क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने सर्किट हाउस सभागार में बैठक की। इस बैठक के जरिए रैली में 3 लाख लोगों को आमंत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।
ये भी पढ़ें- अयोध्या में आर्टिफिशियल चट्टान पर बन रहा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, 50 एकड़ भूभाग पर लगाए जाएंगे पेड़-पौधे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए मंगलवार को हुई इस बैठक में अयोध्या, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर और बाराबंकी जनपद के जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि पीएम मोदी की जनसभा को लेकर जनता में उत्साह का माहौल है। रामनगरी अयोध्या को विश्व की सुन्दरतम नगरी बनाया जा रहा है। हर बूथ तक प्रधानमंत्री का संदेश पहुंचाने की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों की है। रैली में सभी क्षेत्रों की उपस्थिति होनी चाहिए।
वहीं भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने कहा कि सभी जनपद,, बैठकें करके जनसभा व स्वागत कार्यक्रम की कार्ययोजना बनाएंं। पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएं। जनता तक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का आमंत्रण पहुंचना तथा उनकी सुविधाओं का ख्याल रखने की जिम्मेदारी पदाधिकारियों की है। इसकी तैयारी में युद्ध स्तर पर लग जाए।
प्रदेश महामंत्री व क्षेत्रीय प्रभारी संजय राय ने कहा कि जिले स्तर पर पदाधिकारी रोजाना तैयारियों की समीक्षा करें। सभी को पूरी ताकत से कार्यक्रम की तैयारी में जुट जाना है। वहीं क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने कहा कि पयर्टन नगरी के रूप में स्थापित अयोध्या का सबसे ज्यादा लाभ स्थानीय व आसपास के जिलों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की जनसभा को ऐतिहासिक बनाने की जिम्मेदारी को अपने पूरे सामर्थ्य से निभाना होगा।
महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने बताया कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला धर्मपथ और रामपथ होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचेगा। इसके बाद काफिला इसी रास्ते वापस लौटेगा। सड़क के दोनों तरफ आमजन समूह स्वागत करेगा। व्यवस्था की दृष्टि से पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं हैं। हर बूथ से जनता को लाने की तैयारी की गई है।