Mahakumbh News: महाकुम्भ पर हजारों तीर्थयात्रियों की आवाजाही को देखते हुए परिवहन निगम आठ हजार बसों को बेड़े में शामिल करने की तैयारी कर रहा है। जिसमें से पांच हजार बसें इलेक्ट्रिक होंगी। इससे पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह भी पढ़े: नववर्ष पर बांके बिहारी मन्दिर में दर्शन के लिए गाइडलाइन, पांच जनवरी तक न आने की अपील
परिवहन निगम प्रशासन का पूरा फोकस बेड़े को पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से तैयार करना है। फिलहाल रोडवेज बसों के बेड़े में करीब 12 हजार बसें हैं। इसमें उम्र पूरी कर चुकी बसों को क्रमबद्घ ढंग से बाहर किया जा रहा है। वहीं डीजल के साथ इलेक्ट्रिक बसों को बेड़े में जोड़ने की कवायद हो रही हैं। इसी क्रम में अगले साल महाकुम्भ से पहले नई बसों को निगम में शामिल कर यात्रियों की सुविधाओं में वृद्घि की तैयारियां की जा रही हैं। निगम के अफसरों ने बताया कि कुल आठ हजार बसों को रोडवेज के बेड़े में जोड़ा जाना है।
यह भी पढ़े: नववर्ष पर बांके बिहारी मन्दिर में दर्शन के लिए गाइडलाइन, पांच जनवरी तक न आने की अपील
इसमें पहले चरण में पांच हजार बसों को शामिल किया जाएगा। इसमें तीन हजार इलेक्ट्रिक बसें और दो हजार डीजल बसें होंगी। इसके बाद अगले चरण में तीन हजार अनुबंधित बसों को बेड़े में शामिल किया जाएगा। जिसमें दो हजार इलेक्ट्रिक और एक हजार डीजल बसें होगी। इन बसों के आ जाने से रोडवेज बसों का कायाकल्प हो जाएगा। महाकुम्भ से पहले रोडवेज के बेड़े में शामिल होने से लखनऊ परिक्षेत्र को लाभ मिलेगा। अभी रोडवजे के लखनऊ क्षेत्र में करीब एक हजार बसें हैं।
यह भी पढ़े: नववर्ष पर बांके बिहारी मन्दिर में दर्शन के लिए गाइडलाइन, पांच जनवरी तक न आने की अपील
अभी ढाई सौ नई बसों को भी बेड़े में जोड़ा जाएगा। इन बसों को लखनऊ से प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, आगरा रूट पर चलाया जा सकता है। इस मुद्दे पर अफसर आधिकारिक रूप से कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। जब बेड़े में पांच हजार इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जा रहा है। तो ऐसे में 150 से अधिक चार्जिंग स्टेशनों को विकसित करना होगा। ताकि बसों की चार्जिंग में असुविधाओं का सामना न करना पड़े। इन बसों से ऊर्जा के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।