आजमगढ़: अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी संगठन हमास और इजराइल के मध्य जारी युद्ध के बीच उत्तर प्रदेश से दस हजार श्रमिक इजराइल जाएंगें। युद्द के चलते इजराइल में निर्माण समेत अन्य कार्यों के लिए श्रमिकों की जरूरत है। इसके लिए उत्तर प्रदेश से 10 हजार श्रमिकों को वहां भेजने की योजना बनी है। आजमगढ़ जिले के श्रम विभाग में जिले के 150 श्रमिकों ने अब तक अपना रजिस्ट्रेशन कराया है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
उप श्रम आयुक्त राजेश कुमार ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि इजराइल में काम करने वाले फिलिस्तीनी मजदूरों के वापस फिलिस्तीन चले जाने के चलते वहां पर मजदूरों की कमी हो गई है। इसके चलते इजराइल ने भारत सरकार से श्रमिकों की मांग की है। श्रमिकों को वहां की करेंसी में पेमेंट किया जाएगा। इस संबंध में उत्तर प्रदेश से 10 हजार श्रमिकों को भेजा जाना है। इसको लेकर आजमगढ़ में भी श्रम विभाग के कार्यालय में रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है।
उप श्रम आयुक्त ने बताया कि श्रमिकों का नाम, पता दर्ज कराने के साथ ही संबंधित फील्ड में दक्षता एवं पासपोर्ट होना चाहिए। अंग्रेजी का थोड़ा बहुत ज्ञान होना भी जरूरी है। रजिस्ट्रेशन के बाद एक टेस्ट लिया जाएगा और स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। उसके बाद श्रमिकों को इजराइल भेजा जाएगा। इजरायल में श्रमिकों के लिए अभी 3-4 वर्षों का काम है।
बता दें कि हमास और इजराइल के बीच 7 अक्टूबर से युद्ध चल रहा है। इस युद्द में अब तक दोनों तरह से हजारों लोगों की जान चली गई है और भारी मात्रा में संपत्ति की हानि हुई है। लगभग 4 माह से जारी युद्द अभी समाप्त होने को नहीं दिख रहा। बीच में कुछ दिनों के लिए संघर्ष विराम अवश्य हुआ था। लेकिन, फिर हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया जिससे युद्ध की स्थिति पुन: खड़ी हो गई।