Mirzapur news: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना उन कन्याओं का सहारा बन रही है जो गरीब माता-पिता अपनी बेटियों की शादी का खर्च नहीं उठा पाते हैं। इस योजना के तहत प्रदेश भर में सामूहिक शादी समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इसी के माध्यम से नए साल पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन गरीब माता-पिता को एक बड़ा तोहफा दिया है। जहां 16, 17, 20, 21, 27, 28, 30 और 31 जनवरी की शुभ मुहूर्त को देखते हुए कई जोड़े शादी के बंधन में बंधेंगे। इससे जुड़े सभी लाभार्थियों को आनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है। दाम्पत्य जीवन की शुरूआत के साथ ही बीजेपी सरकार हर मोड़ पर गरीबों की मदद करने को तैयार रहती है।
इस बीच जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीश चंद्र का कहना है मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आनलाइन आवेदन किया जाता है। इस आवेदन पत्र का प्रिंट आउट अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत या फिर जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय पर जमा करना होता है।
कन्या की शादी पर 51000 रुपये खर्च करेगी यूपी सरकार
यूपी सरकार ने प्रदेश वासियों को बेहतर सुविधा देने के लिए कई योजनाओं की शुरूआत की है। ऐसी ही एक योजना मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना हैं जिससे हजारों कन्याएं शादी के जोड़े में बंध चुकी हैं। इस योजना के तहत हर वर्ग की गरीब बेटियों का विवाह कराया जाता है। जिसके लिये सरकार 51000 की आर्थिक सहायता भी देती है, ताकि वर-वधू दोनों अपना खुशी से जीवन बिता सकें। इतना ही नहीं इस योजना के जरिए नई नवेली दुल्हन के खाते में 35000 रुपए की धनराशि ट्रांसफर की जाती है, इसके अलावा आभूषण से लेकर शादी की कई तैयारियों के लिए 10000 रुपए की नगदी दी जाती है, साथ ही विवाह आयोजन के लिए यूपी सरकार द्वारा 6000 रुपए भी खर्च किए जाते है। जिससे बेटी की शादी में आर्थिक रूप से कमजोर माता-पिता को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
जानिए क्यों हुई मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत
सीएम योगी की इस विवाह योजना का उद्देश्य है कि शादी विवाह में होने वाले फिजूल खर्चों को कम किया जा सके। और हर गरीब माता-पिता को अपनी बेटी की शादी के लिए किसी भी तरह से कर्जा ना लेना पड़े, इसी को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की है।