Uttar Pradesh:- वाराणसी में डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) की टीम ने म्यांमार से तस्करी कर आए दो करोड़ के
अवैध सोने के बिस्किट की खेप पकड़ी है। साथ ही तस्करी करने वाले 2 लोगों को भी
गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए लोगों में से एक तमिलनाडु के कोयंबटूर का रहने
वाला अरविंद चंद्रकांत कदम है और दूसरा महाराष्ट्र के सांगली का रहने वाला अमित
श्रीरंग जाधव है। यह लम्बे समय से तस्करी कर रहे थे।
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वाराणसी में एयरपोर्ट और ट्रेनों से सोने की तस्करी के बढ़
रहे मामले
वाराणसी में डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) की टीम ने म्यांमार
से तस्करी कर लाए गए 2 करोड़ के सोने के
बिस्किट की खेप पकड़ी है। अधिकारियों ने महाराष्ट्र और तमिलनाडु के रहने वाले 2 तस्करों
को भी गिरफ्तार किया है। उनके कब्ज़े से 3 किलो, 320 ग्राम सोना बरामद हुआ है। बरामद हुए सोन की कीमत 2 करोड़, 7
लाख, 84 हजार, 139 रुपए बताई गई है। आरोपियों से पूछताछ के बाद केस दर्ज कर उन्हें
जेल भेज दिया गया है। रविवार को DRI की वाराणसी इकाई के
अधिकारियों को सूचना मिली थी, कि म्यांमार से तस्करी कर
विदेशी सोने की खेप ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली जा रही है। इनकी
गिरफ्तारी के
लिए चंदौली के PDDU नगर स्टेशन आउटर से
DRI
टीम के अधिकारी ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हो
गए और संदिग्धों की तलाशी शुरू कर दी।
दोनों तस्कर ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस के एच-1 कोच में सवार थे। ब्रह्मपुत्र
एक्सप्रेस के बोगी एच-1 में एक-एक व्यक्ति की तलाशी ली। यात्री अरविंद (51) और
अमित (24) की तलाशी ली। तलाशी में अरविंद की कमर में कपड़ा बंधा मिला। कपड़ा
खुलवाने पर उसके अंदर ब्राउन टेप में लपेटे हुए सोने के 16 बिस्किट बरामद हुए। इसी
तरह से अमित की भी कमर से ही ब्राउन टेप में लपेटे हुए सोने के चार बिस्किट बरामद
हुए। इन यात्रियों को वाराणसी सिटी स्टेशन पर उतारा गया। DRI की टीम ने दोनों को
हिरासत में लेकर थाने में पूछताछ की। इसके बाद तस्करों को वाराणसी की स्पेशल CJM कोर्ट में पेश किया
गया। जहां से उनको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
म्यांमार से चलकर असम में गुवाहटी के पास कामाख्या धाम तक
पहुंची सोने की खेप
ट्रेनों के जरिए पूर्वांचल के राज्यों से तस्करी करने वाले
महाराष्ट्र और तमिलनाडु के दो तस्करों को दबोचने के बाद कई खुलासे हुए। सोने के
तस्कर तमिलनाडु के कोयंबटूर निवासी अरविंद चंद्रकांत कदम और महाराष्ट्र के सांगली
के अमित श्रीरंग जाधव लंबे समय से इस कारोबार में संलिप्त हैं। सोने की खेप
म्यांमार से चलकर असम में गुवाहटी के पास कामाख्या धाम तक लाई गई। कामाख्या में
अरविंद और अमित को डिलीवरी दी गई, जिसे लेकर इन्हें वाराणसी
में डिलीवरी देने थी। फिर ये खेप दिल्ली तक पहुंचानी थी।
दो महीने पहले 8.7 किलो सोना
वाराणसी में दो महीने पहले DRI की मुंबई और
वाराणसी की टीमों ने संयुक्त रूप से की गई कार्रवाई में करोड़ों का सोना बरामद
किया था। इसमें दो सगे भाई को 8.7 किलो सोना के साथ पकड़ा था। इसकी कीमत 5.30
करोड़ से अधिक थी। DRI ने वाराणसी कैंट स्टेशन पर
मध्यप्रदेश जा रही बस से सांगली के अतुल मोरे और सोमनाथ मोरे को पकड़ा था। उनके
पास बरामद विदेशी सोना असम से ही डिलीवर किया गया था। मगर अभी तक तस्करों के रैकेट
का खुलासा नहीं हो सका।