हमीरपुर। योगी
सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। इस साल गेहूं की खरीद अवधि में बदलाव करते
हुए गेहूं का समर्थन मूल्य 2,275 प्रति रुपये
क्विंटल घोषित कर दिया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित होते ही यहां विभाग ने
तैयारियां भी शुरू कर दी है।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी घनश्याम ने बताया कि वर्ष 2024-25
में न्यूनतम
समर्थन मूल्य योजना के अन्तर्गत शासन ने गेहूं के समर्थन मूल्य में डेढ़ सौ रुपये
का इजाफा किया है। ऐसे में अब गेहूं का मूल्य 2,275 रुपये
प्रति क्विंटल कर दिया है। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से जिले में गेहूं की खरीद के लिए क्रय केन्द्र भी खोल दिए जाएंगे।
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जिला खाद्य विपणन अधिकारी घनश्याम ने बताया कि वर्ष 2024-25 में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के तहत इस बार गेहूं
की खरीद अवधि में शासन ने बड़ा बदलाव किया है। अब इस साल गेहूं की खरीद सरकारी क्रय
केन्द्रों में 15 मार्च से 15 जून तक की जाएगी। अभी तक गेहूं खरीद अभियान की तारिख 01 अप्रैल
से 30 जून तक
होती थी, मगर इस बार शासन ने पहली बार इस व्यवस्था में बदलाव
करके किसानों को बड़ी राहत दी है। इन्होंने बताया कि इस बार शासन ने गेहूं
के समर्थन मूल्य में डेढ़ सौ रुपये का इजाफा करते हुए 2,275 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। अबकी बार 15 मार्च से
जिले में गेहूं की खरीद के लिए क्रय केन्द्र खोले जाएंगे। गेहूं बेचने के लिए
किसानों को खाद्य विभाग के पोर्टल में पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण किसी
भी जन-सुविधा केन्द्र, साइबर
कैफे या क्रय केन्द्र प्रभारियों से कराया जा सकता है।
अधिकारी ने बताया कि धान खरीद वर्ष 2023-24 में दर्ज किए गए विवरण को गेहूं पंजीकरण के लिए उपलब्ध कराया
जाएगा। ऐसा करने से किसानों को पंजीकरण में संशोधन करने का विकल्प उपलब्ध रहेगा।
यदि किसान संशोधन नहीं कराना चाहते हैं, तो पंजीकरण लॉक कर सकते हैं। किसानों के
पंजीकरण के लिए कम्यूटराइज्ड खतौनी का खाता संख्या दर्ज कर अपने कुल रकबे को व बोए
गए गेहूं के रकबे को भी अंकित करना होगा। साथ ही अपनी हिस्सेदारी की सही घोषणा भी
पंजीकरण में देनी होगी। बताया कि गेहूं की खरीद में किसानों के आधार लिंक बैंक
खातों में ही भुगतान होगा।