अक्सर पानी पीने के लिए हम प्लास्टिक की बोतल का उपयोग करते हैं। स्कूलकॉलेज से लेकर हर जगह हम पानी पीने के लिए प्लास्टिक बोतल का ही इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हर रोज प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना हमारी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। हाल ही में सामने आई ताजा स्टडी में कई बड़े खुलासे हुए हैं। जिसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे।
इस नई स्टडी के अनुसार, एक लीटर की बोतल में औसतन लगभग 240,000 प्लास्टिक के टुकड़े होते हैं। ये माइक्रोप्लास्टिक्स से भी छोटे कण नैनोप्लास्टिक्स होते हैं। अमेरिका में कोलंबिया विश्वविधालय की टीम रिफाइंड जैसी टेक्नोलॉजी के जरिए बोतल बंद पानी में इन सूक्ष्म कणों की पहचान की गई।, जो हमारी आंतों और फेफड़ों से सीधे खून में प्रवेश कर सकते हैं, जिसके जरिए ये हृदय के साथ अन्य अंगों तक पहुंच सकते हैं। प्लास्टिक के ये छोटे कण हमारी बॉडी के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
प्लास्टिक के बोतल के ये हैं नुकसान
हमारे स्वास्थ्य को सबसे ज्यादा खतरा माइक्रोप्लास्टिक से नहीं, बल्कि, नैनोप्लास्टिकस से होता हैं, ये खतरनाक कण नैनोप्लाटिस्टक्स अजन्में शिशुओं के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर
प्लास्टिक की पानी की बोतलें डाइऑक्सिन नामक टॉक्सिन प्रोड्यूस करती हैं। ये तब होता है जब इन बोतलों का पानी सूर्य के संपर्क में आता है। ये इतना खतरनाक होता है कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकता है।
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डायबिटीज
प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से डायबिटीज की समस्या हो सकती हैं। इस भागदौड़ के सफर में लोग इस पर ध्यान देने के बजाय पानी पीने के लिए प्लास्टिक की बोतल का उपयोग करके बड़ी गलती कर बैठते हैं। बताते है कि इन बोलतों में बाइफिनाइल ए एक एस्ट्रोजन-मिमिकिंग केमिकल पाया जाता है, जो डायबिटीज, मोटापा, प्रजनन संबंधी समस्याओं के साथ कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनता है।