लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय युवा दिवस पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) कैम्पस में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। साथ ही मुख्यमंत्री ने छात्रों को राज्यस्तरीय विवेकानंद यूथ अवार्ड, स्टार्टअप प्रोत्साहन राशि व टेबलेट वितरित किए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से संवाद भी किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद ने हम सबकी दुविधा को खत्म किया था। स्वामी जी ने विश्व को सनातन के बारे में बाताया था। मुख्यमंत्री ने कहा हिन्दुत्व कोई मजहब नहीं है। यह जीवन जीने की शैली है। वह शैली जो प्रकृति के साथ जीना सिखाती है। विश्व को परिवार के रूप में लेकर चलती है।
संवाद के दौरान एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि आपके कार्यकाल में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। हम जानना चाहेंगे की उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ठीक रखने में हम युवाओं भूमिका क्या रहनी चाहिए? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी बेटी का यह कहना कि वह उप्र में सुरक्षित महसूस कर रही है, यह मेरे लिए गौरव की बात है।
पूर्ववर्ती सरकारों की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यूपी के युवा बाहर जाते थे, तो अपनी पहचान छिपाना चाहते थे। उत्तर प्रदेश का यदि जिक्र कर भी देते थे, तो आजमगढ़ जिले का नाम कतई नहीं लेते थे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारे प्रदेश में बहुत क्षमता है। यहां देश और दुनिया के उद्यमी निवेश करना चाहते थे। आने वाले समय में प्रदेश के युवाओं को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। निवेश आने के लिए सबसे पहली प्राथमिकता बेहतर कानून व्यवस्था होती है। आज उप्र के बारे में धारणा बदली है। लोगों का यूपी के प्रति नजरिया बदला है। अब हमारे युवा बाहर जाएंगे तो गर्व से कह सकेंगे कि हम यूपी वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को पंख लगें, इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी कार्य कर रहे हैं। आज हमारी सरकार युवाओं को टेबलेट दे रही है। यह खैरात नहीं है। यह शिक्षा व्यवस्था की खामियों को दूर करने का कार्य है। टेबलेट के जरिए हमारे युवा बेहतर कार्य कर सकते हैं। योजनाओं से लेकर अपने बेहतर भविष्य के लिए कार्य करने में उन्हें आसानी होगी।