Lucknow News: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के मूल गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरे भारत को राष्ट्रीय एकता व अखंडता का संदेश दे रही है। इससे न केवल समाज की विघटनकारी एवं अलगाववादी शक्तियों की देश विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा, बल्कि राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़े भारतीय मुसलमानों को इनके विघटनकारी षडयंत्रों से बचाया जा सकेगा।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपूर्ण भारत को एकसूत्र में पिरोएगी
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अविस्मरणीय पल संपूर्ण भारत को एकसूत्र में पिरोएगा और सभी सनातनी भारतीय संस्कृति व भारतीय परंपरा की ऐसी मिसाल कायम करेंगे, जिसे इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया जाएगा। ये सभी बातें भारतीय मुस्लिम महासभा व मुस्लिम कारसेवक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर मोहम्मद आजम खान ने कहीं।
भारतीय मुसलमानों के दिल में भी वही उत्साह, वही प्रेम
राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर मोहम्मद आजम खान ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में जहां एक तरफ भारतीय न्याय व्यवस्था का योगदान है, दूसरी तरफ भारतीय मुसलमानों ने उस निर्माण को दिल से स्वीकार किया है। आने वाली 22 जनवरी को जब पूरा देश राममय होगा तो भारतीय मुसलमानों के दिल में भी वही प्रेम, वही उत्साह होगा। ऐसे में श्रीराम को धर्म के आधार पर बांटना उचित नहीं होगा।
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22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ऐसे भारतीय राष्ट्रवादी मुसलमानों जिन्होंने राम मंदिर निर्माण में आंशिक रूप से भी योगदान दिया है, उन सभी को चिन्हित कर आमंत्रित किया जाना चाहिए।
कुंवर मोहम्मद आजम खान ने भारतीय मुस्लिम महासभा व मुस्लिम कारसेवक मंच की तरफ से देश के सभी मुसलमानों से अपील की है कि 22 जनवरी के दिन अपने-अपने घरों में दीप जलाकर सनातनी भाईयों का मुंह मीठा कराएं।
उन्होंने कहा कि आने वाली 22 जनवरी भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण राष्ट्र रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मना रहा है। 22 जनवरी का दिन सनातनियों के सपनों को पूरा करने वाला दिन होगा। इसका पूरा श्रेय भारतीय न्याय व्यवस्था को जाता है।
उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक दिन को न्याय उत्सव के रूप में भी याद किया जाएगा।
जैसा कि अल्लामा इकबाल के विचारों से श्रीराम भारतीय संस्कृति एवं भारतीय परंपरा के मुख्य नायक के रूप में जाने जाते हैं। ऐसे में श्रीराम को केवल हिंदुओं से जोड़ना न्यायोचित नहीं होगा, क्योंकि श्रीराम सभी भारतीयों के दिल में बसे हैं, न केवल हिंदुओं के बल्कि भारतीय मुसलमानों के दिल में भी श्रीराम रचे बसे हैं।
उल्लास भरे पल का मनाएंगे जश्न
भारतीय मुस्लिम महासभा व मुस्लिम कारसेवक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर मोहम्मद आजम खान ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को टेढ़ी पुलिया चौराहे पर मिष्ठान्न वितरण किया जाएगा। उल्लास भरे पल का जश्न मनाया जाएगा।