कोच्चि: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को केरल दौरे पर पहुंचे थे। अपने केरल दौरे के दूसरे दिन बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने केरल प्रदेश वासियों को बड़ा उपहार दिया। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने 4 हजार करोड़ से भी अधिक लागत से संचालित होने वाली 3 निर्माण परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से देश के दक्षिणी क्षेत्र के विकास में और तेजी आएगी।
प्रधानमंत्री द्वारा आज बुधवार को राष्ट्र को समर्पित की गईं परियोजनाओं में, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) में न्यू ड्राई डॉक (एनडीडी), सीएसएल की इंटरनेशनल शिप रिपेयर फैसिलिटी (आईएसआरएफ) और पुथुवाइपीन, कोच्चि में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एलपीजी आयात टर्मिनल शामिल हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दशक में हुए महत्वपूर्ण सुधारों से बंदरगाहों, शिपिंग और अंतर्देशीय जलमार्ग क्षेत्रों में व्यापार करने में आसानी हुई है। उन्होंने कहा, बंदरगाह, नौवहन और अंतर्देशीय जलमार्ग के सेक्टर में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बढ़ाने के लिए पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा अनेक सुधार किए गए हैं। इससे बंदरगाहों में अधिक निवेश आया है और ज्यादा रोजगारों का सृजन हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज समर्पित की गईं तीनों परियोजनाओं का उद्देश्य भारत के बंदरगाहों, शिपिंग और जलमार्ग क्षेत्र को बढ़ावा देना है। मोदी ने कहा, आजादी के अमृतकाल में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में देश के हर राज्य की अपनी भूमिका है। भारत जब समृद्ध था, उस समय वैश्विक जीडीपी में हमारी भागीदारी बहुत बड़ी थी, तब हमारी ताकत हमारे पोर्ट्स और पोर्ट सिटी थे। आज जब भारत फिर से ग्लोबल ट्रेड का एक बड़ा केंद्र बन रहा है, तो हम फिर से अपनी समुद्री शक्ति को बढ़ाने में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत को समुद्री शक्ति बनाने के लिए, बड़े बंदरगाहों और जहाज निर्माण के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आज जिन विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है, वे भारत के समुद्री क्षेत्र को मजबूत करने में केरल की भूमिका बढ़ाने में मदद करेंगी।