Moradabad News: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने रविवार रात्रि में होटल क्लार्क में मासिक सभा का आयोजन किया। जिसमें राजीव गाँधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के विशेषज्ञों ने कैंसर जैसी घातक बीमारी के उपचार को लेकर अपने अनुभव साझा किए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुरादाबाद के अध्यक्ष डा. रवि गंगल ने आए हुए विशेषज्ञों का स्वागत किया।
राजीव गाँधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के मेडिकल आनको लाजी विभाग के प्रमुख डा. रजत साहा ने कैंसर के परीक्षण एवं इलाज की नवीनतम पद्धतियों के बारे में बताया। वहीं इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ डा. शुभम जैन ने कैंसर के ऑपरेशन की नवीनतम पद्धतियों के बारे में जानकारी साझा की।
वर्ष 2024 में कैंसर का निदान और उपचार कैसे हो इस विषय पर डा. रजत साहा ने कहा कि छोटे शहरों में भी बायोप्सी सुविधाओं के विस्तार, विशेषज्ञ पैथोलॉजिकल तकनीकों की उपलब्धता, सीटी स्कैन, एमआरआई और पेट स्कैन आदि रेडियोलॉजी तकनीकों तक पहुंच निश्चित रूप से कैंसर के शुरूआती लक्षणों में मरीजों के उपचार में मददगार साबित होगी।
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उन्होंने कैंसर के शुरूआती लक्षणों की पहचान में प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों के फिजिशियनों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। साथ ही मरीजों तक आरजीसीआईआरसी के सहायता कार्यक्रमों के प्रभाव पर भी विचार-विमर्श किया।
डा. शुभम जैन ने कहा कि मरीजों का जोर केवल उनकी जीवनआयु बढ़ाने के स्थान पर शरीर के अंगों को पुर्नर्निर्माण एवं पुनर्वास तकनीकों के माध्यम से उनकी जीवन गुणवत्ता को बेहतर करने पर अधिक है।
मिनिमली इनवेसिव सर्जरी और प्रिसिजन टेक्निक्स जटिलताओं को कम से कम करके मरीजों को जल्द से जल्द ठीक कर आम दैनिक गतिविधियों को जारी करने योग्य बनाती हैं। इमेजिंग, मॉलिक्यूलर प्रोफाइलिंग और जेनेटिक टेस्टिंग में हुई उन्नति के कारण व्यक्तिगत सर्जिकल इलाज और मरीज की बेहतर संतुष्टि सुनिश्चित हुई हैं। कार्यक्रम का संचालन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुरादाबाद की सचिव डा. श्रुति खन्ना ने किया।
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