लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान विधान परिषद सदस्य पद के लिए निर्विरोध चुन गए हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिनेश शर्मा के त्यागपत्र देने से रिक्त हुई विधान परिषद की सीट के लिए नामांकन किया था।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 30 जनवरी को मतदान होना था। 23 जनवरी को नाम वापसी का अंतिम दिन निर्धारित था। किसी अन्य उम्मीदवार की दावेदारी नहीं होने की वजह से दारा सिंह चौहान नाम वापसी के अंतिम दिन मंगलवार को ही निर्विरोध चुन लिए गए। विधान भवन स्थित राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन सभागार में निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह, एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी, अशोक दुबे समेत अन्य नेताओं ने जीत के लिए दारा सिंह को शुभकामनाएं दीं।
नामांकम में मुख्यमंत्री योगी रहे थे उपस्थित
बता दें कि 18 जनवरी को दारा सिंह चौहान ने विधान परिषद उपचुनाव के लिए नामांकन किया था। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, मंत्री सुरेश खन्ना, राकेश सचान, जेपीएस राठौर समेत अन्य कई नेता विधानसभा नामांकन करवाने पहुंचे थे।
दारा सिंह चौहान ने विधायकी से दिया था त्याग पत्र
दारा सिंह चौहान ने 2022 विधानसभा का चुनाव सपा के सिंबल पर लड़ा था। जिसके बाद वह मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। लेकिन, फिर उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए अपनी विधानसभा की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया था। फिर वह भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद चौहान ने घोसी से ही विधानसभा का उपचुनाव लड़ा था। लेकिन, तब दारा सिंह चौहान सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह से करीब 40 हजार मतों से चुनाव हार गए थे।