Lucknow news: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीते मंगलवार को कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त हो चुकी है। साथ ही अपराध बढ़ रहे हैं, महिलाएं आएदिन अपमानित हो रही हैं। इन सब से आम जनता त्रस्त हो चुकी है। इसलिए अब भाजपा पार्टी से मुक्ति पाना चाहती है।
बता दें कि, राजधानी लखनऊ के डॉ राममनोहर लोहिया सभागार में नेताओं, कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई, इस बैठक में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बीजेपी को वोट दिया था, आज वो भी पछता रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने जितने वादे किए थे एक भी पूरा नहीं किया। इसी के चलते बीजेपी सरकार की उपेक्षा के कारण लखनऊ का विकास भी फीका पड़ता जा रहा है। लेकिन समाजवादी सरकार में बना गोमती रिवरफ्रंट आज भी गुजरात की साबरमती रिवरफ्रंट की तुलना में कुछ ज्यादा ही खूबसूरत है।
जानिए क्या बोल गए अखिलेश यादव
लेकिन बडबोले सपा अखिलेश अपनी बातों से कहा रूकने वाले, इन्होंने इसी के आगे कहा कि भाजपा तो नाले पर रिवरफ्रंट की योजना की चर्चा से ही खुद को खुश रखती है। साथ ही जेपीएनआईसी की बात पर कहा, सपा सरकार में बना जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर अगर भाजपा राज में बर्बाद न होता तो आज राजधानी में एक बड़ा बौद्धिक संस्थान के रूप में नजर आता। वहीं परिवहन सुविधा पर बात करते हुए कहा कि, लखनऊ मेट्रो रेल जहां तक समाजवादी सरकार में चली थी, वहीं तक चलकर रूक जाती है। जब राजधानी की ये स्थिति है तो राज्य की हालत का अंदाजा तो आप लगा ही सकते है।
बीजेपी कुछ ही वर्गों में सीमित रह गई- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि आज जनता की निगाहे एनडीए-भाजपा के मुकाबले पीडीए-इंडिया पर टिकी है। पीडीए में पीड़ित, दलित, अगड़े, पिछड़े, महिलाएं, अल्पसंख्यक सभी शामिल हैं। मगर बीजेपी कुछ ही वर्गों में सीमित रह गई है। लेकिन इस बार 2024 में समाजवादी पार्टी को जिताना है, जिससे राजधानी लोकतंत्र का नया इतिहास रचेगा। क्योंकि यहां जो भी विकास हुआ है, समाजवादी सरकार में ही हुआ है। बता दें इस अवसर पर राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, रविदास मेहरोत्रा, डॉ मधु गुप्ता, आर.के. चौधरी, डॉ रमेश दीक्षित, राज कुमार मिश्रा, जूही सिंह, मीरा वर्धन, आदि कई लोग भी मौजूद रहे।
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इन सभी आरोपों के बीच एक बात तो बिल्कुल साफ है कि समाजवादी पार्टी को भाजपा द्वारा किए गए विकास को देखा नहीं जा रहा है। तभी तो ये पार्टी भाजपा पर एक से एक आरोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव को देखते ही सपा अखिलेश यादव को बीजेपी की कमिया नजर आने लगी हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि समाजवादी पार्टी आने वाले चुनाव में भाजपा का वोट अपने नाम करना चाहती है। लेकिन जनता समझदार है, वो ये जानती है कि भाजपा ने हमारे लिए क्या कुछ नहीं किया है। तभी तो ये जनता 5 सालों से भाजपा की ही वोट देती आई हैं।