Banda news: अगर आपने जीवन में कुछ कर दिखाने की ठान रखी है तो फिर उसे पूरा करने में कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती है। जी हां, कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के रहने वाले आनंद सिंह के साथ हुआ। दरअसल, यूपीएससी परीक्षा के इंटरव्यू से एक दिन पहले ही आनंद सिंह राजपूत के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी, ऐसे में हर कोई टूट सा जाता है, लेकिन आंखों में पिता के सपने को संजोए आनंद ने हिम्मत न हारते हुए यूपीएससी एक्जाम क्रैक करके अपने दिवंगत पिता को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें कि अलीगंज चुंगी चौकी निवासी आनंद सिंह राजपूत बाहर रहकर यूपीएससी 2023 की तैयारी कर रहा था। जिस दिन इंटरव्यू था, उसके एक दिन पहले ही पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जब पिता की मौत की खबर मिली तो इस दुख ने बेटे आनंद सिंह को झकझोर कर रख दिया। लेकिन बिना डगमगाए खुद को संभाला, क्योंकि पिता का सपना था अपने बेटे को बड़ा अफसर बनते देखना, इन सपनों को सच करने के लिए मैंने अपने आंखों से बह रहे आंसुओं को पोंछ डाला और हिम्मत करके इंटरव्यू देने पहुंच गया। इंटरव्यू खत्म होने के बाद घर वापस आया तब जाकर दिवंगत पिता का अंतिम संस्कार किया।
आज मुझे इस बात की खुशी है कि मैने अपने पिता के उन सपनों को पूरा किया जो उन्होंने मेरे लिए देखा था।
बेटे को यूपीएससी परीक्षा में मिली 30 वीं रैंक से जहां पूरा परिवार खुश नजर आ रहा था, तो वहीं मां की आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे थे। उन्होंने रोते हुए बताया कि आज इस खुशी और कामयाबी को देखने के लिए उनके पिता इस दुनिया में नहीं है। अगर आज वह जिंदा होते तो वो बहुत खुश होते, उनकी खुशी से हम सब की खुशी कई गुना बढ़ जाती।
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जानकारी के मुताबिक, चुंगी निवासी शिक्षक रहे स्वर्गीय नंद कुमार सिंह और मां माया देवी अनुदेशक के पुत्र आनंद राजपूत की प्रारम्भिक शिक्षा शिशु मंदिर शास्त्री नगर से कक्षा 6 से 12 तक सरस्वती विद्या मंदिर शास्त्री नगर से पूरी हुई। अपने स्कूली दिनों से मेधावी रहे आनंद ने स्नातक की पढ़ाई अतर्रा डिग्री कॉलेज से पूरा किया। जिसके बाद दिल्ली में रहकर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी की। जहां दिन रात की गई मेहनत आखिरकार एक दिन रंग लाई। और फिर आनंद सिंह राजपूत डिप्टी जेलर का पद संभालने लगे। डिप्टी जेलर आनंद सिंह ने इस कामयाबी के पीछे अपने माता-पिता और गुरुओं का हाथ बताया।