नई दिल्ली- पीएम नरेंद्र मोदी आज भारत मंडपम में ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के 7वें संस्करण में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने लाखों छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आप उस स्थान पर आए हैं, जहां भारत मंडपम के प्रारंभ में दुनिया के सभी बड़े दिग्गज नेताओं ने 2 दिन बैठकर विश्व के भविष्य की चर्चा की थी। आज आप सब भारत के भविष्य की चिंता अपनी परीक्षाओं की चिंताओं के साथ करने वाले हैं।
पीएम ने कहा एक प्रकार से ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम मेरे लिए भी परीक्षा होता है। आपमें से बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो हो सकता है मेरी परीक्षा लेना चाहते हों।
पीएम मोदी ने बहुत ही सरल और सहज अंदाज में बच्चों के सभी सवालों का जवाब दिया। जिनमें कैसे बोर्ड परीक्षा की तैयारी की जाए, टाइम मैनेजनेंट कैसे हो, मोबाइल के दुष्प्रभाव से कैसे बचा जाए जैसे सवाल शामिल थे।
छात्रों ने पीएम मोदी से सवाल किया कि वह परीक्षा और सिलेबस के प्रेशर को कैसे हैंडल करें। पीएम ने इसका जवाब देते कहा कि ‘हमें किसी भी प्रेशर को झेलने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाना चाहिए। दबाव को हमें अपने मन की स्थिति से जीतना बहुत जरूरी है। किसी भी प्रकार की बात हो, हमें परिवार में भी चर्चा करनी चाहिए।
बच्चों का तनाव दूर करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका-
पीएम मोदी ने शिक्षकों को टिप्स देते हुए कहा कि बच्चों के तनाव को कम करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। इसलिए शिक्षक और छात्रों के बीच हमेशा सकारात्मक रिश्ता होना चाहिए। शिक्षक का काम सिर्फ जॉब करना नहीं, बल्कि बच्चों की जिंदगी को संवारना है, जिंदगी को सामर्थ्य देना है, जो परिवर्तन लाता है।
परीक्षा के तनाव को विद्यार्थियों के साथ पूरे परिवार और अध्यापक को मिलकर कम करना चाहिए। अगर जीवन में चुनौती और स्पर्धा ना हो, तो जीवन प्रेरणाहीन और चेतनाहीन बन जाएगा। इसलिए कॉम्पिटीशन तो होना ही चाहिए, लेकिन हेल्दी कॉम्पिटीशन होना चाहिए।
पढ़ाई के साथ अच्छी सेहत बहुत जरूरी
पीएम से एक छात्र ने सवाल किया कि पढ़ाई के साथ-साथ हमारे लिए व्यायाम और खेल कितना जरूरी है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जिस तरह मोबाइल को इस्तेमाल करने के लिए उसे चार्जिंग और रिचार्ज की जरूरत होती है, ठीक वैसे ही हमारे शरीर को रिचार्ज करना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। अगर हम स्वस्थ नहीं रहेंगे तो परीक्षा में बैठने की सामर्थ्य नहीं होगी।
पीएम मोदी ने बच्चों को बताया रील्स देखने के नुकसान
पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान अधिक रील्स देखने के नुकसान भी विद्यार्थियों को बताए। उन्होंने कहा कि अगर आप एक के बाद एक रील्स देखते रहेंगे तो काफी समय बर्बाद होगा, जिससे आपकी नींद खराब होगी। जो कुछ भी आपने पढ़ा होगा वह याद नहीं रहेगा। आधुनिक हेल्थ साइंस भी नींद के महत्व पर जोर देती है।
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