नई दिल्ली: 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भव्य आयोजन के साथ संपन्न हुई। इसको लेकर पूरे देश में उत्साह का वातावरण दिखा। गांव-गांव व गली-गली में उत्सव मनाए गए। देश-विदेश से हजारों अतिथियों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया। इसी में से एक थे इमाम उमर अहमद। दिल्ली के प्रमुख इमामों में से एक उमर अहमद इलियासी को विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया था।
निमंत्रण मिलने के बाद इमाम उमर अहमद इलियासी ने दो दिनों तक विचार किया कि वह अयोध्या जाए या जाएं। बाद में उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निर्णय लिया। इमाम उमर अहमद राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पहुंचे और रामलला का स्वागत किया।
लेकिन, कट्टरपंथियों को इमाम उमर अहमद का प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना इतना खटक गया कि उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया गया। कट्टरपंथियों का कहना है कि इस्लाम में किसी का भी मंदिर जाना हराम माना जाता है। इलियासी ने मंदिर जाकर इस्लाम के विरुद्ध काम किया है।
मीडिया में चल रहीं खबरों के अनुसार, इलियास के खिलाफ इस्लामिक संघठनों ने एक फतवा भी जारी किया है। फतवा में इमाम उमर अहमद इलियासी को देशद्रोही बताया गया है। कहा गया है कि उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होकर इस्लाम के विरुद्ध काम किया है।
इमाम उमर अहमद इलियासी का कहना है कि मुझे मुख्य इमाम के रूप में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला था। आपसी प्रेम की मिसाल कायम करने लिए मैंने अयोध्या जाने का निर्णय लिया। लेकिन, कुछ कट्टरपंथियों को यह अच्छा नहीं लगा। 22 जनवरी के बाद से ही मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। अब मेरे खिलाफ फतवा जारी किया गया है। इलियासी ने कहा कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं एक भारतीय हूं और सभी धर्मों का सम्मान करता हूं।
वहीं, इलियासी के खिलाफ फतवा जारी होने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने आलोचना की है। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि इलयासी के खिलाफ फतवा जारी होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कुछ जिहादियों और मौलानाओं को इलियासी का प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना हजम नहीं हो पा रहा है। इसलिए फतवा जारी किया गया है। विश्व हिंदू परिषद पूरी तरह से इमाम उमर अहमद इलियासी के साथ खड़ा है।