Varanasi News: ज्ञानवापी मामले में वाराणसी कोर्ट ने बुधवार को बड़ा फैसला लिया। जिसमें हिन्दू सनतानियों को पूजा करने का अधिकार दिया है। फैसले के बाद देर रात तहखाने में लगी बैरिकेडिंग हटा दी गई। देर रात से ही तहखाने में पूजा करने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी।
पुलिस के कड़े सुरक्षा घेरे में पूजा की शुरुआत हुई। तड़के सुबह से ही हिन्दू सनातनी पूजा करने के लिए ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने पहुंचे रहे हैं। इस मामले में वाराणसी के जिलाधिकारी ने कहा कि न्यायालय के आदेश का अनुपालन कराया गया है।
विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा एवं अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ ने ब्यास जी के तहखाने में पूजा कराई। पूजा करने का अधिकार काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंपा गया है।
बता दें कि इस बीच देर रात कुछ युवकों ने ज्ञानवापी जाने वाले मार्ग के साइन बोर्ड पर ‘ज्ञानवापी मंदिर मार्ग’ लिख दिया।
जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बता दें कि वाराणसी कोर्ट के जज अजय कृष्ण विश्वेश ने बुधवार 31 जनवरी को ज्ञानवापी परिसर में मौजूद तहखाने में हिंदुओं को पूजा करने के अधिकार का फैसला सुनाया था।
साथ ही जिला प्रशासन को 7 दिन के अंदर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने का आदेश दिया था। जिसके बाद प्रशासन ने महज कुछ ही घंटे में वहां लगी बैरिकेडिंग आदि खोलकर व्यास तहखाने में पूजा की व्यवस्थाएं कराई।
31 वर्षों के बाद व्यास जी तहखाने में पूजा शुरू-
वाराणसी कोर्ट के फैसले के महज 9 घंटे बाद ही वहां लगी बैरिकेडिंग प्रशासन द्वारा हटा दी गई। देर रात 12:00 बजे प्रशासन की मौजूदगी में विश्वनाथ मंदिर के ठीक सामने की बैरिकेडिंग को खोलकर तहखाना जाने वाला रास्ता बनाया गया। ASI सर्वे के दौरान ब्यास जी तहखाने में मिली मूर्तियों को रखकर देर-रात तक वहां पूजा-अर्चना की गई।
आरती उतारने के साथ भोग-प्रसाद भी वितरित किया गया। प्रशासन ने देर रात तहखाना के अंदर पूजा आदि की व्यवस्थाओं को काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंप दिया है। उल्लेखनीय है कि बुधवार दोपहर करीब 3 बजे वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने यह आदेश दिया कि ज्ञानवापी स्थित व्यास तहखाने की बैरिकेटिंग हटाकर वहां पूजा कराई जाए।
जिसके चलते वाराणसी के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मैराथन बैठक शुरू हुई। देर रात करीब 10:00 बजे काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 से अंदर पहुंचकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बड़ा एक्शन लिया।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि सारी व्यवस्था दुरुस्त है। तो वहीं जिला अधिकारी एस. राजलिंगम ने जानकारी देते हुए बताया कि माननीय न्यायालय के आदेश का अनुपालन करा दिया गया है।