Ballia news: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है। बीते 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में हुए एक बड़ा व्यापक फर्जीवाड़े का मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चे में रहा। जिसे मद्देनजर रखते हुए समाज कल्याण के मंत्री असीम अरूण अपने विभाग के निदेशक के साथ बीते रविवार को बलिया जिला जा पहुंचे। जहां उन्होंने अपने अधिकारियों के साथ एक बैठक की।
कल्याण मंत्री ने दिए डीएम-एसपी को जांच के निर्देश
बैठक के दौरान कल्याण मंत्री ने बलिया जिले के मनियर गांव में हुए सामूहिक विवाह को लेकर सख्ती दिखाते हुए डीएम और एसपी को जांच के निर्देश दिए। इस पर जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कल्याण मंत्री को आश्वस्त किया। जहां उन्होंंने कहा कि सामूहिक विवाह से जुड़ा कोई भी दोषी पुलिस कार्रवाई से बच कर नहीं जा पाएगा। ऐसी रणनीति बनाई गयी है कि इसका हर आरोपी गिरफ्तार होने से नहीं बच सकता।
रजिस्ट्रेशन के अनुसार मौके पर भी सत्यापन किया जाए- कल्याण मंत्री
वहीं सामूहिक विवाह के पंजीकरण से जुड़ी जानकारी लेते हुए समाज कल्याण मंत्री असीम ने कहा कि विवाह के रजिस्ट्रेशन के अनुसार मौके पर भी सत्यापन किया जाए। ताकि किसी भी प्रकार की कोई चूंक न हो सके। अगर सख्ती बरतने के बाद भी इस सीएम सामूहिक समारोह में कोई फर्जीवाड़ा करता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा- एसपी
बता दें कि, एसपी देवरंजन वर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आरोपी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। इसकी धरपकड़ के लिए चार थानों के अपराध निरीक्षकों को इस प्रकरण में लगाया गया है। जिसके तहत इस मामले में शामिल सभी दलालों की खोजबीन जारी है। खास बात तो ये है कि इसकी मदद से कई संदिग्धों को मोबाइल फोन के जरिए ट्रेस भी कर लिया गया है।
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फिलहाल, बैठक के दौरान समाज कल्याण के मंत्री असीम अरूण ने फरवरी महीने में भव्य तरीके से सामूहिक विवाह कराने के लिए भी अधिकारियों को निर्दश दिया है। साथ ही इसके पंजीकरण की सभी प्रक्रिया को सही ठंग से करने के आदेश भी दिये हैं।