उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश कर दिया है। इस बार के बजट का आकार 7.36 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का है। बजट में 24 हजार करोड़ की नई योजनाएं शामिल हैं। यूपी विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने बजट भाषण के दौरान इस बार के बजट को यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट बताया है। वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट में धार्मिक पर्यटन पर विशेष जोर रहा।
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पूरे विश्व में अयोध्या की पहचान
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में कहा कि अयोध्या अब बड़ा पर्यटन केंद्र बन गया है। अयोध्या की पहचान पूरे विश्व में है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण से हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को काफी प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया भर से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिससे हमारी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा उत्तर प्रदेश में रामराज्य है। यूपी सरकार ने अपने बजट के दौरान प्रदेश की सड़कों पर विशेष फोकस किया। धर्मार्थ मार्गों के विकास के लिए बजट में 1750 करोड़ रुपयों की व्यवस्था की गई है। प्रदेश की सड़कों की देखरेख के लिए 3000 करोड़ रुपयों की व्यवस्था की गई है।
धार्मिक नगरों में मार्ग के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य
अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा नदी तक के मार्ग के विस्तारीकरण और सौन्दर्यीकरण के पश्चात श्रद्धालुओं की संख्या में 4 से 5 गुना वृद्धि हुई है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के तहत श्रद्धालुओं की संख्या में सम्भावित वृद्धि को देखते हुए 3 पहुंच मार्गों का चैड़ीकरण और सौन्दर्यीकरण का कार्य एवं 6 स्थानों पर पार्किंग और जन सुविधाओं का विकास कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मिर्जापुर में विन्ध्याचल स्थित त्रिकोणीय क्षेत्र में मां विन्ध्यवासिनी मंदिर, मां अष्टभुजा मंदिर, मां कालीखोह मंदिर को जोड़ने वाले त्रिकोण संरेखण में आने वाले परिक्रमा मार्गों एवं जन सुविधाओं को देखते हुए कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ 2025 के अन्तर्गत विभिन्न कार्यो हेतु 100 करोड़ रूपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है।
बजट भाषण में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष-2023 में जनवरी से अक्टूबर तक 37 करोड़ 90 लाख से अधिक पर्यटक आए, जिनमें भारतीय पर्यटकों की संख्या लगभग 37 करोड़ 77 लाख और विदेशी पर्यटकों की संख्या लगभग 13 लाख 43 हजार रही। इस वर्ष भी अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया गया। इस अवसर पर राम की पैड़ी पर 22 लाख 23 हजार दीप जलाकर गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज कराया गया।
वित्त मंत्री ने कहा कि अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, लखनऊ, विन्ध्याचल, प्रयागराज, नैमिषारण्य, गोरखपुर, मथुरा, बटेश्वर धाम, गढ़मुक्तेश्वर, शुकतीर्थ धाम, मां शाकुम्भरी देवी, सारनाथ एवं अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य कराए जा रहे हैं।
‘‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना‘‘ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल को विकसित करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति धार्मिक, बौद्धिक, वैज्ञानिक रूप से अत्यन्त समृद्ध रही है। दुनिया के लिए ये एक आश्चर्य का विषय रहा है कि इतनी प्राचीन संस्कृति संदियों तक बाहरी आक्रमणों के बावजूद किस प्रकार अभी भी अविच्छिन्न बनी हुई है। यह उनके लिए आश्चर्य का विषय हो सकता है परन्तु हमारे लिये यह जीवनशैली है।
इसके अलावा निषाद राज गुहा सांस्कृतिक केन्द्र, श्रृंगवेरपुर की स्थापना के लिए 14.68 करोड़ रूपए, आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय की स्थापना के लिए 11.79 करोड़ रूपए और महर्षि वाल्मीकि सांस्कृतिक केन्द्र चित्रकूट की स्थापना के लिए 10.53 करोड़ रूपए की व्यवस्था प्रस्तावित है।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या के लिए 10 करोड़ रूपए प्रस्तावित है।