लखनऊ: उत्तराखंड की धामी सरकार के समान नागरिक संहिता (सीसीसी) बिल का उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता मोहसिन रजा ने स्वागत किया है। साथ ही रजा ने सीसीसी बिल पर असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दिए गए बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भारत संविधान से चलता है। यहां नियम और कानून हैं। भारत शरिया से नहीं चलता है। ओवैसी को अगर शरिया की इतनी ही फिक्र है तो उन्हें किसी इस्लामिक देश में चले जाना चाहिए।
पूर्व मंत्री मोहसिन राजा ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि केंद्र की मोदी सरकार में सभी का विकास हो रहा है। बिना भेदभाव के सभी को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि देश का युवा पढ़े, लिखे और आगे बढ़े। धामी सरकार का यह विधेयक भी वहां की जनता को समान अधिकार प्रदान करेगा। यह बिल किसी धर्म के खिलाफ नहीं है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड की धामी सरकार मंगलवार को विधानसभा में सीसीसी बिल लेकर आई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिल को विधानसभा के पटल पर रखा। जिसको लेकर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक निजी समाचार चैनल पर कहा था कि कॉमन सिविल कोड और कुछ नहीं बल्कि मुसलमानों को इस्लाम से दूर करने का प्रयास है।
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वहीं, धामी सरकार का कहना है कि यह बिल किसी धर्म के खिलाफ नहीं है। यह बिल महिलाओं और बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए लाया गया है। धामी सरकार का कहना है कि इस कानून के बनने से किसी भी धर्म के विवाह पद्धति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि जैसे कि मुसलमानों में ‘निकाह’ सिखों में ‘आनंद कारज’ हिंदुओं में अग्नि के समक्ष फेरे और ईसाईयों में ‘Holy Matrimony’ से विवाह होते हैं। वह सब वैसे ही होते रहेंगे।