Madhopur news: उत्तर प्रदेश में बोरवेल का मामला थमने के बजाय और बढ़ता ही जा रहा है। एक ऐसा ही मामला माधोपुर जिले से सामने आया है। गंगापुर सिटी के गुडला गांव में बने बोरवेल में एक महिला के गिरने से इलाके में हंगामा मच गया। घटना की सूचना पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने फौरन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। लेकिन, दुख की बात तो ये है कि दस घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन को गुरुवार की सुबह जाकर रोका गया, जिसके बाद भी महिला को बचाया नहीं जा सका।
महिला को बचाने के खातिर घंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन
इस मामले पर जिला कलेक्टर हरिराम मीणा ने बताया कि, बैरवा ढाणी की निवासी सुरेश की पत्नी मोना बाई बोरवेल खुला होने के कारण अचानक उसमें गिर पड़ी थी, जिसकी चप्पल बोरवेल के पास मिलने पर ग्रामीणों को किसी अनहोनी का शक हुआ, जहां ग्रामीणों ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम के साथ पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं पीड़ित महिला को बचाने के खातिर घंटों रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
ऑक्सीजन इंतजाम के बाद भी नहीं बचाई जा सकी महिला की जान
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ऑक्सीजन के भी इंतजाम किए गए थे। जिसके बाद भी महिला को बचाने में रेस्क्यू टीम को सफलता हासिल नहीं हुई और पीड़िता ने बोरवेल में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद मृतक महिला की बॉडी बाहर निकलाने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों द्वारा दुबारा से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जिसके लिए 130 फीट की दूरी से खुदाई भी की जा रही हैं।
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इस मामले से नाराज पीड़ित परिजनों का कहना है कि करीब 25 दिन पहले ही इस बोरवेल को खुदवाया गया था। लेकिन, इसमें से पानी न निकलने पर पाइप भी नहीं डलवाया गया। जो करीब सवा फीट चौड़ा बोरवेल खुला हुआ था। काफी हद तक मिट्टी के जरिए इसे भर दिया गया था। लेकिन, सहीं ढंग से न बनवाने के कारण बोरवेल की 100 फीट की गहराई कही न कही अब भी बची हुई थी। जिसके चलते एक महिला की जान चली गई है।