संसद में आज शनिवार को अयोध्या के राम मंदिर को लेकर सरकार के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सांसदों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने जैसे ही सदन में प्रवेश किया, वैसे ही भाजपा सांसदों ने ‘जय श्रीराम’ के नारों से उनका स्वागत किया।नियम 193 के तहत इस प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। लोकसभा के बाद राज्यसभा में यह बहस आगे बढ़ेगी।
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लोकसभा में भाजपा की तरफ से बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह ने चर्चा की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की तत्कालीन यूपीए सरकार को घेरते हुए कहा कि ‘जहां राम हैं, वहां धर्म है और जिन लोगों ने धर्म को नष्ट किया है, वे मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने धर्म की रक्षा की, उनकी सुरक्षा की गई। सत्यपाल सिंह ने कहा कि ‘कांग्रेस देश में इस हालात में इसलिए है, क्योंकि उन्होंने भगवान राम को खारिज किया था। उन्होंने तब राम को काल्पनिक बता दिया था।’
राम मंदिर पर सरकार के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए सत्यपाल सिंह ने कहा कि ‘भगवान राम सबके हैं। राम हमारे लिए एक भावना हैं। राम हमारा भाग्य हैं। राम एक चेतना हैं। राम एक सभ्यता हैं। राम एक संस्कृति हैं। राम मोक्ष भी हैं। भारत में कहीं रामपुर है, तो कहीं रामेश्वरम है। राम घट-घट के वासी हैं। वह केवल भारत की भौगोलिक सीमा में नहीं, बल्कि वह उसके बाहर भी हैं।’
राम मंदिर पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा कि ‘मेरा सौभाग्य है कि मुझे 22 जनवरी को संसद के अंदर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में बोलने का अवसर मिला है। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा देखना और पूजा करना ऐतिहासिक रहा है’।