नई दिल्ली: पीएम मोदी यूएई के दो दिवसीय दौर पर रवाना हो गए हैं। यहां वह अबू धाबी में 14 फरवरी को ऐतिहासिक स्वामीनारायण मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह क्षण विश्व भर में रहने वाले हिंदू समुदाय के लिए गौरवशाली होगा। प्रधानमंत्री द्वारा मंदिर का उद्घाटन किए जाने के बाद 1 मार्च से लोग इस मंदिर में दर्शन-पूजन कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अबू धाबी रवाना होने से पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि ‘हमें अपने प्रवासी भारतीयों और दुनिया के साथ भारत के जुड़ाव को गहरा करने के उनके प्रयासों पर बहुत गर्व है। आज शाम, मैं यूएई में आयोजित अहलान मोदी कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों के बीच रहने के लिए उत्सुक हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के माध्यम बताया कि ‘अगले दो दिनों में मैं विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात और कतर का दौरा करूंगा, जिससे इन देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंध और गहरे होंगे। पीएम ने बताया कि पद संभालने के बाद से यूएई की मेरी सातवीं यात्रा होगी, जो यह दर्शाता है कि हम मजबूत भारत-यूएई मित्रता को कितनी प्राथमिकता देते हैं।
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7 शिखरों से सुसज्जित है मंदिर
आम तौर पर मंदिरों में तीन या फिर पांच शिखर होते हैं। लेकिन, पीएम मोदी 14 फरवरी को अबू धाबी में जिस मंदिर का उद्घाटन करेंगे वह 7 शिखरों वाला होगा। प्रत्येक शिखर का अपना अगल महत्व होगा। यह मंदिर सात अमीरातों की एकता के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है, जो भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को दर्शाता है। मंदिर के सात शिखर, सात महत्वपूर्ण देवताओं के प्रतीक भी हैं, जो संस्कृतियों और धर्मों के परस्पर संबंध को रेखांकित करते हैं।