लखनऊ: समाजवादी पार्टी में अपनों की नाराजगी कम होती नहीं दिख रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब अपना दल कमेरावादी पार्टी की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल भी मुखर हो गई हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश से सपा के तीन राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने पर अखिलेश यादव के निर्णय पर आपत्ति जताई है। उनका साफ कहना है कि राज्यसभा के उम्मीदवार तय करने में पीडीए के दावों की अनदेखी की जा रही है। इसलिए राज्यसभा चुनाव में वह वोट नहीं करेंगी।
पल्लवी पटेल ने एक चैनल पर दिए बयान में कहा कि सपा में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का अनुपालन नहीं हो रहा है। राज्यसभा के लिए जिस तरह से सपा के उम्मीदवारों का चयन हुआ है, उसमें पीडीए वाला दावा पूरा होते नहीं दिख रहा। उन्होंने कहा कि जो आज 100 प्रतिशत सपा के साथ खड़े हैं, उन मुस्लिमों को दबाया जा रहा है। मुस्लिमों को सहारा और सहभागिता देने की आवश्यकता है। तभी पीडीए का दावा सच साबित होता दिखेगा।
अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने कहा कि वह राज्यसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगी। सपा के साथ गठबंधन जारी रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन की बात पार्टी की मुखिया कृष्णा पटेल तय करेंगी। उन्होंने कहा कि सपा जिस तरह सियासत कर रही वो गलत है।
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उल्लेखनीय है कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव समीप आ रहा है, वैसे-वैसे समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह बढ़ती जा रही है। पार्टी नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाने के चलते, पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपने पद से इस्तीफा दिया। वहीं, आज बुधवार को विधायक पल्लवी पटेल भी सपा अध्यक्ष के खिलाफ खड़ी नजर आईं। बता दें कि कई जिलों के सपा नेता भी पार्टी का साथ छोड़कर दूसरे दलों में जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस प्रकार की गतिविधियों से पार्टी का नुकसान होना तय है।