दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले में सरस्वती पूजा के बाद निकाली जा रही मूर्ति विसर्जन यात्रा पर कट्टरपंथियों ने पथराव कर दिया। जिसके कई लोग घायल हो गए। घायलों में कई पुलिस के जवान भी शामिल हैं। मामले की जानकारी मिलते ही दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन व वरिष्ठ पुलिस अधीधक जगूनाथ रेड्डी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। पथराव की घटना के बाद मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाल रहे लोगों में भारी आक्रोश था। डीएम-एससपी के काफी समझाने के बाद देर रात मूर्ति विसर्जन कार्य संपन्न हुआ।
पथराव की घटना दरभंगा के सदर थाना क्षेत्र के तारसराय मुरिया माली टोला की है। यहां 14 फरवरी बसंत पंचमी के दिन लोगों ने सरस्वती माता की प्रतिमा को स्थापित किया था। जिसके बाद 15 फरवरी को मूर्ति का विसर्जन करना था। इसी कड़ी में लोग धूमधाम के साथ माता की मूर्ति विसर्जित करने जा रहे थे। तभी मुरिया माली टोला में कट्टरपंथियों ने यात्रा पर पथराव प्रारंभ कर दिया। जिससे वहां भगदड़ मच गई। इस दौरान पत्थर लगने से पुलिस जवानों के साथ कई लोग भी घायल घायल हो गए।
पथराव के घटना की जानकारी मिलते ही डीएम व एसएसपी भारी फोर्स के साथ घटना स्थल पहुंचे और जैसे-तैसै स्थिति पर नियंत्रण पाया। इस घटना के बाद मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाल रहे लोगों के बीच भारी आक्रोश था। लोगों ने कट्टरपंथियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए, मूर्ति विसर्जन करने से मना कर दिया। जिसके बाद डीएम व एसएसपी ने लोगों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब जाकर देर रात में मूर्ति को विसर्जित किया गया।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कट्टरपंथियों ने पथराव के साथ मूर्ति के साथ तोड़फोड़ भी की। मामले पर जानकारी देते हुए दरभंगा डीएम ने बताया कि उपद्रवियों के द्वारा कुछ घरों में भी तोड़फोड़ की गई है। डीएम ने कहा कि जिन लोगों ने इस घटना को कारित किया है, उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।