प्रयागराज: संगमनगरी में एक मुस्लिम युवक ने अपना मजहब छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। 24 वर्षीय युवक सलीम अंसारी ने धर्म परिवर्तन के साथ-साथ अपना नाम भी बदल कर वेद व्रत आर्य रख लिया है। सनातन धर्म में वापसी करने वाले सलीम अंसारी का कहना है कि उसने सनातन धर्म के उदारवादी व्यवहार से प्रभावित होकर घर वापसी की है।
मुस्लिम से सनातनी बने सलीम अंसारी ने बताया कि वह बैटरी रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पालता है। सलीम ने बताया कि जब मैं छोटा था, तब अब्बू आय दिन शराब पीकर अम्मी को बुरी तरह पीटते थे। उस समय उनके साथ हमारे साथ मुस्लिम समाज को कई भी व्यक्ति खड़ा नहीं होता था। सलीम ने बताया जब अब्बू अम्मी को मारते पीटते थे, तब पड़ोस में रहने वाला ब्राह्मण परिवार उन्हें बचाता था। साथ ही उनकी हर प्रकार से मदद भी करता था। सलीम ने कहा कि तभी से मेरी आस्था सनातन धर्म के प्रति बढने लगी।
सलीम अंसारी से वेद व्रत आर्य बने युवक का कहना है कि सनातन धर्म मामने वालों जितना उदारवादी और कोई नहीं हो सकता। इसीलिए मैंने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाया है और इसके लिए मुझे कोई खेद नहीं है। सलीम का कहना है कि अब वह सनातन धर्म में आ गया है। इसलिए पूरी तरह से शाकाहारी होकर गोसेवा करनी है। सलीम ने कहा कि अब वह भगवान शिव को आराध्य देवता मान कर जीवन भर उनकी पूजा करेंगे।
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सलीम की सनातन धर्म में वापसी कराने वाले संत सुचिषद् मुनि का कहना है कि युवक उनके पास स्वयं चल कर आया था। सुचिषद् मुनि ने बताया कि सलीम ने सनातन के प्रति आस्था जताते हुए धर्म परिवर्तन की इच्छा जताई थी। जिसके बाद मंत्रोच्चारण के साथ उसकी सनातन धर्म में पुन: वापसी कराई गई।