कोलकाता: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में पीड़ित महिलाओं के लिए राज्यपाल सीबी आनंद बोस से राजभवन के दरवाजे खोल दिए हैं। उन्होंने राजभवन को ‘पीस होम’ बनाया है। राजभवन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि संदेशखाली की जिन महिलाओं को वहां डर लग रहा है वह यहां आकर रुक सकती हैं। वहीं, दूसरी ओर एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने संदेशखाली का दौरा किया था। यहां उन्होंने पीड़ित महिलाओं से मुलाकात कर उनका हाल जाना था। राज्यपाल बोस ने किसी भी परेशानी को लेकर एक हेल्फलाइन नंबर भी जारी किया था।
मामले पर जानकार देते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस के ओएसडी, संदीप राजपूत ने बताया कि ‘राज्यपाल ने हाल ही में संदेशखाली का दौरा किया था इस दौरान उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। ओएसडी संदीप राजपूत ने बताया कि जारी हेल्पलाइन नंबर पर हमे कई कॉल आ रहे हैं। इसीलिए राजभवन में को शांति गृह बनाया गया है। जहां संदेशखाली की पीड़ित महिलाएं रह सकती हैं। यहां 100-200 महिलाओं के रहने और भोजन की व्यवस्था कराई गई है। साथ ही अगर आवश्यकता पड़ती है तो महिलाओ को राजभवन लाने के लिए परिवहन की व्यवस्था कराई जाएगी।’
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वहीं, एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि ‘संदेशखाली की महिलाओं को प्रताड़ित किया गया है। इसलिए वे डरी हुई हैं और यहां की हालात बहुत खराब है। महिलाएं मेरे सामने रो रही हैं। उन्होनं कहा कि मुझे नहीं लगता कि यहां राष्ट्रपति शासन लगाए बिना कुछ होगा। रेखा शर्मा ने बताया कि आज मेरे पास 2 बलात्कार और गंभीर छेड़छाड़ सहित 18 शिकायतों की प्रतियां आई हैं।’