Mirzapur
News- मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में चांदी के द्वार
के बाद अब मंदिर का गर्भगृह भी सोने से मंडित किया जाएगा। गर्भगृह को 15 किलो सोने से सजाने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस सिलसिले
में मुंबई के कारोबारी संजय सिंह ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मुलाकात की है। जिस
पर विचार-विमर्श के लिए 26 फरवरी को विंध्य विकास परिषद ने बैठक बुलाई
है। उल्लेखनीय है कि माता विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह द्वार, खंभे और दीवारों को 101 किलो चांदी से झारखंड के संजय चौधरी ने मंडित करवाया था।
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उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में माता
विंध्यवासिनी का धाम जल्द ही सोने से मंडित किया जाएगा। इसके लिए मुम्बई की फॉरेन
टेक्नोलॉजी कंपनी के मालिक संजय सिंह ने गत दिनों जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से
मुलाकात की और मंदिर के गर्भगृह को सोने से सजाने के लिए इच्छा जाहिर की है। जिस पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता जताई है।
बता दें कि विंध्याचल धाम में व्यवस्था
को नियन्त्रित करने के लिए परिषद का गठन किया गया है। जिसके पदेन अध्यक्ष जिलाधिकारी
एवं सचिव नगर मजिस्ट्रेट होते हैं। जो मन्दिर के दानपात्र में आने वाले धन का
संग्रह करते हैं।
देश-विदेशों से माता के मंदिर आते हैं
श्रृद्धालु
माता विंध्यवासिनी के दरबार में देश ही
नहीं अपितु विदेशों से भी भक्त दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं। मंदिर की सुन्दरता भक्तों को काफी आकर्षित कर रही है।अब इस मंदिर को भव्य
रूप देने के लिए भक्त भी आगे आ रहे हैं। मंदिर के गर्भगृह द्वार, खंभे और दीवारों पर चांदी की परत चढ़ी है। झारखंड के भक्त
संजय चौधरी ने 28
अप्रैल 2022 को 101 किलो की चांदी भेंट की थी। उन्होंने इसे माता रानी की कृपा
बताते हुए मां के आशीर्वाद का फल बताया था।
वहीं चांदी के दरवाजे का निर्माण राजस्थान
झुनझुनू के 5
कारीगरों विक्रम, प्रमोद, गोपाल एवं संजय ने किया था। जिस पर करीब 80 लाख रुपए के खर्च का आकलन किया गया था। गणेश द्वार सवा 5 फीट लंबा और 2 फीट चौड़ा है।
इसके पूर्व यह द्वार पीतल का बना था।