Prayagraj news : 22 फरवरी 2024 से शुरू यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं चल रही है। ये परीक्षाएं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से राज्य के सभी 75 जिलों में करवाई जा रही है। यूपी बोर्ड परीक्षा के सचिव दिव्य कांत शुक्ल ने अपने कक्ष में स्क्रीन के जरिए परीक्षा के कंट्रोल रूम पर नजर रखने की व्यवस्था की है। इसी सख्ती के चलते यूपी बोर्ड पेपर के दूसरे दिन यानि शुक्रवार को 28 हजार बच्चे परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचे। इसके साथ ही परीक्षा के दौरान नकल करने वाले एक छात्र को रंगे हाथों पकड़ा गया।
परीक्षा के पहले दिन 3 लाख 33 हजार परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
बता दें कि, यूपी बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन बोर्ड सचिव की कड़ी निगरानी में किया जा रहा है ताकि राज्यभर में परीक्षाएं नकलविहीन और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। यहीं नहीं, इसके लिए मोबाइल फोन से भी 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। इस सख्ती के चलते परीक्षा के दूसरे दिन 23 फरवरी को 4 लाख 47 हजार परीक्षार्थियों को एक्जाम में शामिल होना था, जिसमें से 28,513 परीक्षार्थी गैरहाजिर मिले। बता दें कि परीक्षा के पहले दिन 3 लाख 33 हजार परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे थे।
वहीं हाईस्कूल के प्रथम पाली में अरबी, फारसी की परीक्षा 114 केंद्रों पर और इंटरमीडिएट की प्रथम पाली में नागरिक शास्त्र की परीक्षा 7362 केंद्रों पर हुई। इसमें से हाईस्कूल में 1003 और इंटर में 3,71,938 परीक्षार्थियों को पेपर देना था। कुछ ऐसा ही द्वितीय पाली हाईस्कूल में संगीत गायन की परीक्षा 602 केंद्रों पर तो इंटर की व्यावसायिक और कृषि वर्ग की परीक्षा 1812 केंद्रों पर होनी थी। जिसमें से हाईस्कूल में 10,695 तो इंटर में 63,865 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। जहां प्रथम पाली में 25,916 परीक्षार्थी और द्वितीय पाली में 2,597 परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति रही।
ये भी पढ़ें: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द, CM योगी ने कहा- ‘परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं’
यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए खुफिया विभाग सक्रिय
यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि परीक्षा व्यवस्था का लगातार अपडेट किया जा रहा है। वहीं परीक्षा केंद्रों के स्ट्रॉन्ग रूम पर सीसीटीवी कैमरे और मोबाइल फोन के जरिए सचिव संग अधिकारी नजर रखेंगे। इसी के साथ ही गूगल मीट द्वारा जिलों के शिक्षाधिकारियों को लगातार दिशा निर्देश भी दिए जा रहे है। वहीं बोर्ड सचिव ने बताया कि यूपी बोर्ड परीक्षा में 55 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। जिसे देखते हुए आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिसके लिए तीन लाख से अधिक कक्ष निरीक्षकों की तैनाती भी की गई है। इस सभी निरीक्षकों को क्यूआर कोड वाले आईकार्ड दिए गए हैं। वहीं उत्तर पुस्तिका को भी क्यूआर कोर्ड के दायरे में लाया गया है। फिलहाल, 2024 यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए एसटीएफ, लोकल खुफिया विभाग के साथ पुलिस बल भी सक्रिय है।