New Delhi: देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की विश्वसनीयता बढ़ गई है। भारत अब कमजोर नहीं, बल्कि दुनिया का ताकतवर देश बन गया है। अब यदि कोई भारत को आंख दिखाएगा तो उसे जवाब देने से भारत बिल्कुल भी पीछे नहीं रहेगा। अब कई देशों के राष्ट्रप्रमुख भी मानते हैं कि 21वीं शताब्दी भारत की होने वाली है।
विशाखापट्टनम में ‘बुद्धिजीवी सम्मेलन’ में उन्होंने कहा कि यही वजह है कि कतर में फांसी की सजा पाए 08 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को माफी मिल गई। उनमें से एक इसी विशाखापट्टनम से हैं।
‘बुद्धिजीवी सम्मेलन’ में राजनाथ सिंह ने उत्तर और दक्षिण भारत की समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों जगह कुछ अलग-अलग संरचनात्मक मुद्दे हैं।
हमारा प्रयास दोनों को और अधिक जोड़ने का होना चाहिए, न कि भाषा और समृद्धि के नाम पर दोनों को तोड़ने का। दक्षिण भारत की समृद्धि के आंकड़ों को खत्म करने के लिए हमारे विपक्ष के साथी कई बार उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीयों के बीच दुश्मनी दिखाने की कोशिश करते हैं, जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी भारत के राज्यों की बात करें तो कर्नाटक में लंबे समय तक हमारी सरकार रही है।
वर्तमान में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और कर्नाटक में हम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में हैं। आंध्र प्रदेश, तमिल और केरल में हमारा वोट शेयर लगातार बढ़ रहा है।
रक्षामंत्री ने भारत के पश्चिमी भाग की बात करते हुए कहा कि राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में करीब तीन-चार दशक से हमारी पार्टी अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज करा रही है।
पिछले लोकसभा चुनाव में तो पश्चिमी भारत में सबसे ज्यादा सीटें हमें ही मिलीं। गुजरात में लगभग 30 वर्षों से हमारी सरकार है। पूर्वोत्तर की बात करते हुए कहा कि हम पर अक्सर एक आरोप लगता है कि भाजपा केवल उत्तर भारत की पार्टी है। हम पर यह आरोप भी ग़लत है कि हम केवल हिंदी बेल्ट की पार्टी हैं। असम में हमारी दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है।
जो हिंदी बेल्ट का राज्य नहीं है।
कांग्रेस को भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण और परिवारवाद की ‘अम्मा’ बताते हुए राजनाथ सिंह का कहना था कि कुछ लोग भाजपा पर साम्प्रदायिक पार्टी का आरोप लगाते हैं जबकि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी सेक्युलर पार्टी है। पांच अरब देशों ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश का सबसे सर्वोच्च सम्मान दिया है।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हम कितने गंभीर हैं, इसका पता इसी बात से चलता है कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वालो को फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है। अर्थव्यवस्था की बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत के बैंकों में एनपीए बहुत कम हो गया है। क्रेडिट उठान बढ़ा है। आज भारत ‘फ्रैगाइल फाइव’ की श्रेणी से निकलकर ‘फैब्युलस फाइव’ की श्रेणी में पहुंच गया है।
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