लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों को लेकर 27 फरवरी को मतदान हुआ। मतदान के बाद शाम को चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए। जिसमें भाजपा के सभी 8 प्रत्याशी विजयी हुए। वहीं, सपा के कुल 3 प्रत्याशियों में से एक को हार का सामना करना पड़ा। यानी सपा के 2 प्रत्याशी अब राज्यसभा में बैठेंगे।
सपा के तीसरे प्रत्याशी आलोक रंजन की हार का प्रमुख कारण, पार्टी के अंदर भीतरघात रही। सपा के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, साथ ही एक विधायक मतदान के दौरान अनुपस्थित रहीं। जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी के तीसरे प्रत्याशी आलोक रंजन को सिर्फ 19 वोट ही मिल सके।
यह प्रत्याशी जीते चुनाव
भाजपा ने पहले राज्यसभा चुनाव के लिए 7 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। लेकिन, सपा से बागी होकर संजय सेठ ने बीजेपी की ओर से नामांकन किया। जिसके बाद भाजपा के 8 और सपा के 3 प्रत्याशी मैदान में थे। कुल 10 सीटों पर 11 दावेदार होने के कारण मतदान हुआ। जिसमें भाजपा के अमरपाल मौर्य -38 मत, तेजवीर सिंह -38 मत, नवीन जैन -38 मत, आरपीएन सिंह -37 मत, साधना सिंह -38 मत, सुधांशु त्रिवेदी -38 मत, संगीता बलवंत -38 मत, संजय सेठ -29 मत पाकर चुनाव जीते।
वहीं, सपा की ओर से प्रत्याशी जया बच्चन -41 मत, रामजी लाल सुमन – 40 मत पाकर चुनाव जीते। क्रॉस वोटिंग के चलते आलोक रंजन सिर्फ 19 वोट पा सके और वह चुनाव हार गए।
कुल 395 विधायकों ने की वोटिंग
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं। वर्तमान में विधायकों के निधन के कारण 4 सीटें रिक्त हैं। जिसके चलते कुल 399 विधायकों को वोट डालना था। लेकिन सपा विधायक रमाकांत यादव, इरफान सौलंकी के अलावा सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी जेल में बंद हैं। जिससे 3 मतदाताओं की संख्या और कम हो गई। अब कुल 396 विधायकों को वोट डालना था। लेकिन, मतदान के दौरान सपा विधायक महाराजी प्रजापति अनुपस्थित रहीं, जिससे कुल 395 विधायकों ने वोटिंग की।
सपा के इन विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
राज्यसभा चुनाव के दौरान सपा के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। जिसका फायदा भाजपा को मिला। क्रॉस वोटिंग करने वाले सपा विधायक मनोज कुमार पांडेय, पूजा पाल, आशुतोष मौर्य, राकेश पांडेय, राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, विनोद चतुर्वेदी का नाम शामिल है। वहीं, मतदान के दौरान सपा विधायक महाराजी प्रजापति अनुपस्थित रहीं।